भोपाल. राज्यसभा की एक सीट पर उपचुनाव के लिए निर्वाचन आयोग (Election Commission) 15 सितंबर को अधिसूचना (Notification) जारी करेगा। इसके साथ ही विधानसभा में नॉमिनेशन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। यह सीट केंद्रीय मंत्री रहे थावरचंद गहलोत के इस्तीफे के बाद खाली हुई है। गहलोत कर्नाटक गवर्नर हैं। इस सीट के लिए 4 अक्टूबर को वोटिंग होगी। विधानसभा में बहुमत को देखते हुए इस सीट पर BJP का जीतना लगभग तय है। फिलहाल बीजेपी और कांग्रेस उम्मीदवार का नाम सामने नहीं आया है।
कैंडिडेट आलाकमान तय करेगा- मप्र बीजेपी चीफ
पार्टी सूत्रों का कहना है कि मोदी कैबिनेट में कई नए मंत्री हैं, जो लोकसभा और राज्यसभा, दोनों सदनों के सदस्य नहीं हैं। इसमें से किसी एक को एमपी के कोटे से राज्यसभा सांसद बनाने की संभावना ज्यादा है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा, उम्मीदवार केंद्रीय नेतृत्व ही तय करेगा। दूसरी तरफ, कांग्रेस अपना उम्मीदवार मैदान में उतारेगी या नही? इसको लेकर पार्टी की तरफ से अभी तक कोई बयान नहीं आया है।
BJP का कब्जा रहेगा बरकरार
जानकारों के मुताबिक, विधानसभा में बीजेपी को बहुमत है, इसलिए राज्यसभा सीट पर बीजेपी का कब्जा बरकरार रहेगा। कांग्रेस के 95 सदस्य हैं। इसके अलावा 4 निर्दलीय, बसपा के दो और सपा का एक विधायक है। विधानसभा में कुल 230 में से 3 सीट खाली हैं। पृथ्वीपुर, जोबट और रैगांव विधानसभा सीटें विधायकों के निधन की वजह से खाली हुई हैं।
मध्यप्रदेश में राज्यसभा की कुल 11 सीटें हैं। एक सीट खाली है। 10 में से 6 सीटों पर BJP तो 4 पर कांग्रेस काबिज है। वर्तमान में ज्योतिरादित्य सिंधिया, दिग्विजय सिंह, संपतिया उईके, एमजे अकबर, विवेक तन्खा, अजय प्रताप सिंह, कैलाश सोनी, धर्मेंद्र प्रधान, राजमणि पटेल, सुमेर सिंह सोलंकी मध्य प्रदेश से राज्यसभा सांसद हैं।
बीजेपी में कई दावेदार
बीजेपी में राज्यसभा की एक सीट के लिए जोड़-तोड़ शुरू हो गई है। पार्टी नेताओं का दबाव है कि गहलोत अनुसूचित जाति वर्ग से थे, इसलिए आधे कार्यकाल के लिए यह सीट इसी वर्ग से ही भरी जाए। यदि इस बारे में विचार आगे बढ़ा तो भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चे के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य को राज्यसभा उपचुनाव के लिए प्रबल दावेदार माना जा रहा है। आर्य पहले शिवराज सरकार में मंत्री रह चुके हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में वे हार गए थे। इसके अलावा बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती, प्रदेश प्रवक्ता अर्चना चिटनीस समेत कई नेता भी दावेदार हैं।