आमिर खान, टीकमगढ़. पूर्व नपाध्यक्ष लक्ष्मी गिरी समेत अन्य पर दर्ज FIR हाईकोर्ट ने निरस्त कर दी है। जाति प्रमाण पत्र को लेकर लक्ष्मी पर केस दर्ज हुआ था। मामला लंबे समय से विचाराधीन था। द सूत्र ने मामले में एक्सक्लूसिव खबर भी चलाई थी।
ये था मामला: 2016 में लक्ष्मी गिरी के खिलाफ लक्ष्मण रैकवार ने जिला कोर्ट में केस किया था। आवेदक की तरफ से इसमें दावा किया गया लक्ष्मी का जाति प्रमाण पत्र गलत है। विधायक राहत के लिए मामले को अपर कोर्ट में लेकर गए। इस केस की पैरवी कर रहे वकील नेत्रप्रकाश शुक्ला के मुताबिक, 2016 में नगर पालिका चेयरमैन का चुनाव लड़ने के मकसद से लक्ष्मी ने OBC का फर्जी सर्टिफिकेट बनवाया था। इस सर्टिफिकेट की वैधता को लक्ष्मण रैकवार ने कोर्ट में चुनौती दी थी, जिस पर विधायक राकेश गिरी और पत्नी लक्ष्मी ने हाईकोर्ट में स्टे की अपील लगा दी।
इस पर हाईकोर्ट ने स्पष्ट रूप से निर्देश दिए थे कि दस्तावेजों की जांच मजिस्ट्रेट लेवल पर होना ही चाहिए। अगर दस्तावेज सही पाए जाते हैं तो लक्ष्मण रैकवार के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई होना चाहिए। इसके बाद टीकमगढ़ कोर्ट की जांच में लक्ष्मी के दस्तावेज फर्जी पाए गए। वकील शुक्ला बताया था कि तीन पेशियों में पुलिस खुद की व्यस्तता और विधायक की पत्नी के नहीं मिलने का तर्क दिया था। इस पर कोर्ट चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट महेश लचोरिया ने 1 दिसंबर को ऑर्डर शीट में फटकार लगाई थी।
सीएम हाउस में दिखी थीं लक्ष्मी: मध्य प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र 20 दिसंबर से शुरू हुआ था। 19 दिसंबर को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी विधायकों को परिवार समेत CM हाउस पर न्योता दिया। इसमें टीकमगढ़ विधायक राकेश गिरी भी थे। राकेश के साथ उनकी पत्नी लक्ष्मी भी थीं। इस दौरान राकेश और लक्ष्मी ने मुख्यमंत्री और उनकी पत्नी साधना के साथ कई फोटो भी खिंचवाईं। उस समय लक्ष्मी पर दस्तावेजों में धोखाधड़ी करने के आरोप थे। कोर्ट में केस चल रहा था। इससे पहले टीकमगढ़ के चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट ने अपनी टिप्पणी में कहा था कि लक्ष्मी गिरी विधायक की पत्नी हैं। वे बिना किसी डर के सार्वजनिक कार्यक्रमों में शामिल होती हैं। उनके प्रति पुलिस का व्यवहार भी सम्मानजनक रहता है। राकेश के रसूख के चलते पुलिस लक्ष्मी की गिरफ्तारी में कोई रुचि नहीं दिखा रही।
द सूत्र की खबर
Exclusive: धोखाधड़ी में फरार टीकमगढ़ MLA की पत्नी CM हाउस की पार्टी में