भोपाल. मध्यप्रदेश विधानसभा का चार दिन का सत्र 9 अगस्त से शुरू हुआ। यह 12 अगस्त तक चलेगा। पहले दिन ही सदन में हंगामा हुआ। कई विधायक 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस पर छुट्टी की मांग कर रहे थे। ये विधायक नारेबाजी करते हुए आसंदी तक पहुंच गए। इसके बाद सदन से बाहर निकलकर गांधी प्रतिमा के पास धरने पर बैठ गए। वहीं, कांग्रेस विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया। इस बीच निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा ने कहा कि खंडवा से मेरी पत्नी को लोकसभा का टिकट मिल रहा है। ये 100% सच है। अगर कांग्रेस का सर्वे सच्चा है तो हमारा नाम ही होगा। अरुण यादव को टिकट नहीं मिलेगा। विरोध, छुट्टी की मांग और सत्ता-विपक्ष की बयानबाजी के बाद विधानसभा की कार्यवाही 10 अगस्त तक स्थगित हो गई।
कांग्रेस की पूरी तैयारी
इंदौर के 4 विधायकों ने जनवरी से जून बीच कोरोना की दूसरी लहर के दौरान इंदौर नगर निगम सीमा क्षेत्र में मृतकों की जानकारी मांगी है। इनमें तीन कांग्रेस और एक बीजेपी के विधायक है। कोरोना काल में इंदौर के शहरी क्षेत्र में कितने लोगों की कोरोना से मौत हुई है, इसकी जानकारी अब तक नगर निगम ने सार्वजनिक नहीं की है। यह जानकारी मांगने वाले बीजेपी के विधायक महेंद्र हार्डिया हैं, वहीं, कांग्रेस के विधायक जीतू पटवारी, विशाल पटेल और संजय शुक्ला है।
आगे हंगामे के आसार
सूत्रों का कहना है कि विधायकों ने श्मशान मे रजिस्टर्ड मृतकों का डेटा और कोरोना मे मरने वालों की सरकार द्वारा जारी रिपोर्ट मांगी है। सूत्र ये भी बताते है कि दोनों डेटा मे काफी अंतर है। भले ही विधानसभा सत्र की अवधि कम है, लेकिन विपक्ष सरकार को घेरने की पूरी तैयारी में है।
सबके अपने-अपने बयान
पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि सरकार 2 करोड़ आदिवासियों का अपमान कर रही है। आज के दिन (9 अगस्त) छुट्टी घोषित थी, पर सरकार ने अवकाश बंद कर अपमान किया। आदिवासियों के इलाकों में धारा 144 लगा दी। खंडवा में आदिवासियों के मकान तोड़ दिए गए। बीजेपी संघ के कहने पर चल रही है।
शिवराज बोले- बिरसा की जयंती पर आदिवासी दिवस मनाएंगे
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस आदिवासियों नाम पर राजनीति कर रही है। बिरसा मुंडा की जयंती पर आदिवासी दिवस मनाएंगे और अवकाश भी रहेगा। कांग्रेस ने दिवंगत नेताओं का अपमान किया है और स्तरहीन राजनीति की शुरुआत कर दी है। कमलनाथ ने कहा कि झूठ बोलना ही नहीं, झूठ सुनना भी पाप है।