भोपाल. छत्तीसगढ़ पुलिस (CG Police) का खजुराहो से कालीचरण महाराज (Kalicharan Maharaj) को गिरफ्तार करना और नसीरुद्दीन शाह के मुस्लिम बयान (Naseeruddin Shah Muslim Statement) को लेकर मध्य प्रदेश सरकार ने नाराजगी जताई है। दोनों मामलों पर मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा तल्ख दिखाई दिए। जानिए, नरोत्तम ने क्या कहा...
ये आपत्तिजनक है
नरोत्तम ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार के तरीके पर हमें तरीके पर आपत्ति है। छत्तीसगढ़ पुलिस ने इंटरस्टेट प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया है, जो उन्हें नहीं करना था। संघीय मर्यादाएं इसकी बिल्कुल इजाजत नहीं देतीं। उन्हें सूचना देनी चाहिए थी। छत्तीसगढ़ सरकार चाहती तो उन्हें नोटिस देकर भी बुला सकती थी। मैंने मध्य प्रदेश के DGP को छत्तीसगढ़ से DGP से तुरंत बात करने को कहा है। छत्तीसगढ़ के डीजीपी को बताए जाए कि ये उनका क्या तरीका है? डीजीपी इस तरीके पर विरोध दर्ज कराएं और स्पष्टीकरण भी लें।
कालीचरण महाराज की गिरफ्तारी छत्तीसगढ़ पुलिस ने जिस तरीके से की है वह संघीय मर्यादा के खिलाफ है। कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ सरकार को इंटरस्टेट प्रोटोकॉल का उल्लंघन नहीं करना चाहिए था।@DGP_MP को छग DGP से बात कर गिरफ्तारी के तरीके पर विरोध जताकर स्पष्टीकरण लेने के निर्देश दिए है। pic.twitter.com/pWYXDlFvgm
— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) December 30, 2021
आक्रांताओं को क्या कहें?
MP के होम मिनिस्टर ने ये भी कहा कि गजनी आए, सोमनाथ पर हो गया (आक्रमण)। शरणार्थी थे तो क्या पूजा करने आए थे। आक्रांताओं (मुस्लिम शासकों) को इस तरह से नहीं कहना चाहिए।
असल में नसीरुद्दीन शाह ने करण थापर को दिए इंटरव्यू में कहा कि अगर इन्हें पता है कि वे किस बारे में बात कर रहे हैं, तो मैं हैरान हूं। ये एक गृह युद्ध (Civil War) के लिए अपील कर रहे हैं। हममें से 20 करोड़ लोग इतनी आसानी से खत्म होने वाले नहीं हैं। हम 20 करोड़ लोग (मुस्लिम) लड़ेंगे। हरिद्वार में 17 से 19 दिसंबर तक धर्म संसद आयोजित की गई थी। इसमें मुस्लिमों के जनसंहार की बात उठी थी। नसीर ने ये भी कहा कि हम 20 करोड़ लोगों के लिए यह मातृभूमि (Mother Land) है। हम 20 करोड़ लोग यहीं के हैं। यहां हमारा जन्म हुआ है।
क्या है कालीचरण महाराज का विवाद?
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर अभद्र टिप्पणी करने वाले कालीचरण महाराज को रायपुर पुलिस ने एमपी से गिरफ्तार कर लिया है। 29 दिसंबर को छत्तीसगढ़ (CG) पुलिस ने एमपी के खजुराहो के एक होटल से कालीचरण को अरेस्ट किया। कालीचरण के खिलाफ रायपुर और पुणे में केस दर्ज किए गए थे। रायपुर में हुई धर्म संसद में कालीचरण महाराज ने महात्मा गांधी को लेकर अपशब्द कहे थे। उन्होंने कहा था कि 1947 में हमने अपनी आंखों से देखा कि कैसे पाकिस्तान और बांग्लादेश पर कब्जा किया गया। मोहनदास करमचंद गांधी ने उस वक्त देश का सत्यानाश किया। नमस्कार है नाथूराम गोडसे को, जिन्होंने उन्हें मार दिया।
कालीचरण महाराज महाराष्ट्र के अकोला के पुराने शहर शिवाजी नगर के रहने वाले हैं। उनका असली नाम अभिजीत धनंजय सराग है। वो भावसार समाज (Bhavsar Community) से आते हैं। कालीचरण महाराज एक साधारण परिवार में जन्मे, जन्म अकोला में हुआ। उनके पिताजी धनंजय सराग की मेडिकल शॉप है। कालीचरण महाराष्ट्र अकोला में हर साल कांवड़ यात्रा में हिस्सा लेते हैं। शिवभक्त कालीचरण महाराज अपने रूप और श्रृंगार को लेकर चर्चा में रहते हैं।
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