भोपाल. ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में बाढ़ राहत को लेकर शनिवार को लोगों की प्रशासन से नाराजगी देखने को मिली थी। रविवार यानी 8 अगस्त को आनन-फानन में कलेक्टर, एसपी को हटाने के आदेश जारी कर दिए गए। दरअसल, 7 अगस्त को केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर श्योपुर दौरे पर गए थे। स्थानीय लोगों ने उन्हें बताया था कि प्रशासन उनकी मदद नहीं कर रहा।
ऐसे हुआ ट्रांसफर
बाढ़ राहत में लापरवाही को लेकर तोमर ने 7 अगस्त की रात ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पूरी जानकारी दी। इसके चलते रविवार को सामान्य प्रशासन (जीएडी) के अधिकारियों को बुलाकर श्योपुर कलेक्टर राकेश कुमार श्रीवास्तव और एसपी संपत उपाध्याय को हटाने के आदेश दे दिए गए।
अब श्रीवास्तव को डिप्टी सेक्रेटरी और ग्वालियर में नगर निगम कमिश्नर शिवम वर्मा को श्योपुर कलेक्टर बनाया गया है। वहीं, संपत उपाध्याय भोपाल पुलिस मुख्यालय में असिस्टेंट आईजी (AIG) बनाए गए हैं। ग्वालियर में AIG रहे अनुराग सुजानिया को श्योपुर एसपी बनाया गया है।
सरकार का आदेश
श्योपुर, मुरैना, भिंड, ग्वालियर, दतिया, शिवपुरी, गुना और अशोकनगर मे जिन मकानों का बाढ़ से ज्यादा नुकसान हुआ है, उनके लिए शिवराज सरकार वैकल्पिक व्यवस्था के लिए 6000 रुपए देगी।
तोमर की गाड़ी पर कीचड़ फेंका गया था
7 अगस्त को एमपी के श्योपुर में बाढ़ग्रस्त इलाकों की जायजा लेने गए नरेंद्र सिंह तोमर को आम जनता ने घेर लिया। तोमर मुरैना से हेलिकॉप्टर से श्योपुर पहुंचे। मंत्री यहां पर अपनी कार से इलाके में हुए नुकसान का जायजा लेने पहुंचे। जैसे ही वो यहां के गणेश बाजार में पहुंचे, महिलाएं और पुरुष गुस्से में आ गए। विरोध में लोग मंत्री की गाड़ी के आगे लेट गए। कुछ लोगों ने उनकी गाड़ी पर कीचड़ भी फेंक दिया।