नवीन मोदी, Guna. यहां के आरोन इलाके में बदमाशों के साथ मुठभेड़ में एस सब इंस्पेक्टर समेत 3 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई। बदमाश फिलहाल फरार है। पुलिस की तलाश जारी है। मामले पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी अपने आवास पर आपात बैठक बुलाई और अफसरों को निर्देश दिए। घटना को लेकर गुना एसपी राजीव कुमार मिश्रा ने विस्तार से घटना की जानकारी दी...
हथियारबंद बदमाशों की सूचना मिली थी
एसपी राजीव कुमार मिश्रा के मुताबिक, 13 मई रात करीब 2.45 बजे की घटना है। में थाने में सूचना मिली थी कि कुछ हथियारबंद बदमाश संग्राम बरखेड़ा होते हुए आगे की तरफ निकलने वाले हैं। इसके बाद यहां पुलिस बल आया। अलग-अलग जगह पर 3-4 पुलिस पार्टियां लगी थीं, ताकि उनकी घेराबंदी की जा सके। 4 बाइक पर 7-8 बदमाश थे। गाड़ियों पर बोरियों में कुछ सफेद-सफेद रखा हुआ था, ऐसा नजर आया। जैसे ही बदमाश दिखे तो उनकी घेराबंदी की गई। इसके बाद बदमाश गांव के अंदर जाने वाले कच्चे रास्ते से जाते दिखे। उस तरफ भी पुलिस बल तैनात था। पुलिस को देखकर बदमाश वापस लौटे।
बदमाश घिर गए तो फायरिंग की
एसपी ने ये भी बताया कि जब बदमाशों ने खुद को घिरा हुआ देख लिया तो अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। उनके पास बंदूकें थीं। पुलिस के जवानों ने भी इसका जवाब दिया। फायरिंग में एक सब इंस्पेक्टर, एक हेड कॉन्स्टेबल और एक कॉन्स्टेबल की मौत हो गई। बाकी जो पुलिस टीम थीं, उन्होंने बदमाशों को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वे फायरिंग करते हुए भाग गए।
बदमाश शिकारी थे, पुलिस की बंदूक गायब
एसपी मिश्रा ने ये भी बताया कि मौके से मरे हुए हिरण और मोर मिले हैं, जिससे साफ पता चलता है कि बदमाश शिकारी हैं। पुलिस की एक राइफल नहीं मिल रही है, जिसकी सर्चिंग जारी है। आशंका है कि शिकारी ही पुलिस की राइफल ले गए। शिकारियों के वेपन नहीं मिले, मौके पर जो गोलियां चलीं, उसके कारतूस मिले हैं। इससे उनके पास देशी हथियार होने का पता चलता है। जो पुलिसकर्मी मारे गए, उनके परिवार को निश्चित रूप से मुआवजा दिया जाएगा।