ग्वालियर. यहां 27 सितंबर की शाम 7 महीने की गर्भवती (Pregnant) ने 3 साल के बेटे के साथ फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। मौके से 5 पेज का सुसाइड नोट (Suicide Note) भी मिला। इसमें उसने ससुराल वालों पर परेशान (Torture) करने का आरोप लगाया है। पति के लिए लिखा कि अब तो आप खुश रहोगे, रास्ते का कांटा हट गया। मैं जिंदगी से दुखी हो गई हूं।
8 साल पहले हुई थी शादी
मुरैना की रहने वाली प्रीति प्रजापति (28) की शादी 8 साल पहले ग्वालियर के हजीरा माधवी नगर के रहने वाले राजकुमार प्रजापति (30) से हुई थी। राजकुमार वॉल पुट्टी का कारीगर है। घर में मां-पिता के अलावा बड़ा भाई और भाभी भी है। शुरुआत में सब कुछ ठीक रहा, लेकिन उसके बाद राजकुमार को जुए और शराब की लत लग गई। उसने पत्नी के साथ मारपीट शुरू कर दी। इसी बीच 3 साल पहले प्रीति ने बेटे (कुणाल) को जन्म दिया। बेटा होने के बाद भी पति, सास, जेठ, जेठानी दहेज के लिए दबाव बनाने लगे।
पड़ोसन पहुंची तो घटना का पता लगा
27 सितंबर यानी कल राजकुमार और उसका बड़ा भाई काम पर गया था। सास और जेठानी भी किसी काम से बाहर गई थीं। इसी बीच शाम को प्रीति ने साड़ी से फंदा बनाकर बेटे समेत फांसी लगा ली। घटना का खुलासा उस समय हुआ, जब पड़ोस की एक महिला उनके घर पहुंची। मामले की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना पर CSP रवि भदौरिया, TI हजीरा आलोक सिंह परिहार मौके पर पहुंचे।
आसपास के लोग जब अंदर पहुंचे, तो कुछ पल के लिए लगा कि प्रीति बच्चे को गोद में लेकर खड़ी है, लेकिन जब दोनों के गले में साड़ी का फंदा देखा तो माजरा समझ में आया। सूचना मिलते ही मुरैना से प्रीति की मां, भाई व पिता मौके पर पहुंच गए। उसके बाद ही पुलिस ने शवों को नीचे उतारा।
मां का आरोप- तीनों की हत्या हुई
प्रीति की मां पार्वती का कहना है कि बेटी, नाती कुणाल और पेट पल रहा गर्भ तीनों की हत्या की गई है। उनको मारकर फांसी का रूप दिया गया है। कुछ महीने पहले प्रीति के पेट में उसके जेठ जीतू ने लात मारी थी। इसके बाद हम बेटी को घर ले गए थे। जन्माष्टमी पर राजकुमार उसे वापस ले आया था। प्रीति नहीं आना चाहती थी, लेकिन उसने आत्महत्या की धमकी दी थी। इसलिए बेटी को भेजना पड़ा।
मेरी जिंदगी नरक हो गई
प्रीति ने 5 पेज का सुसाइड नोट छोड़ा है। उसने शादी से लेकर मौत के चंद सेकंड पहले तक हर एक बात का जिक्र किया है। उसने मौत के लिए पति, सास, जेठ और जेठानी को जिम्मेदार ठहराया है। उसने लिखा है कि इस जीवन से अब में दुखी हो चुकी हूं। जब शादी हुई थी, तो कई सपने थे। पति भी ठीक रहता था। उसके बाद पति जुआ, शराब पीने लगे। मेरी जिंदगी नरक होती चली गई। मैं और मेरा बेटा जान दे रहे हैं। अब आप खुश रहना। आपके रास्ते कांटा हट गया है। यह भी लिखा कि कि उसके गर्भवती होने पर कैसे जेठ ने उसे लात मारी।