भोपाल. विदिशा जिले के CEO रहे शोभित त्रिपाठी और दो क्लर्क को आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने 3 फरवरी को गिरफ्तार कर लिया। मामला मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में घोटाले का है। कोरोना काल के दौरान जब शादियों पर प्रतिबंध था, तभी 18 करोड़ रुपए बांट दिए गए। शोभित को फिलहाल छिंदवाड़ा में अटैच कर दिया गया था।
अफसर पर क्या आरोप: IAS शोभित त्रिपाठी पर आरोप है कि उन्होंने कोरोना काल के दौरान 3500 से ज्यादा युवतियों की शादी (Fake Marriage) दिखाकर 18 करोड़ रुपए बांट दिए। विधानसभा में BJP विधायक उमाकांत शर्मा ने ये मुद्दा उठाया था। जांच के बाद EOW ने FIR दर्ज की थी। पता चला कि CEO शोभित त्रिपाठी ने 1 अप्रैल 2020 से 30 जून 2021 के बीच बांट 18 करोड़ रुपए दिए।
ये मामला भी सामने आया था: जनवरी 2022 में सिरोंज में एक हितग्राही राजू प्रजापति ने अपने परिजन के साथ जनपद कार्यलय में नारेबाजी कर रिश्वत में दिए 10 हजार वापस मांगे थे। पंचायत सचिव वीर सिंह द्वारा 10 हजार में से 9 हजार सीईओ को देने का ऑडियो भी माइक पर बजाया। धरने के दौरान ही उक्त सचिव का फोन राजू के पास आया, जिसमें ऑडियो पत्रकारों को देने पर नाराजगी जताई गई। राजू ने बताया कि उसकी बहन की शादी हुई थी। इसके लिए फॉर्म कर्मकार मंडल योजना के तहत भरा गया और रिश्वत के 10 हजार भी दे दिये। लेकिन सचिव ने कहा कि 9 हजार तो सीईओ ने ही ले लिए हैं। उससे ओर पैसे की मांग की जा रही थी। परेशान होकर हितग्राही ने जनपद कार्यालय में धरना दे दिया था।