Bhopal. खरगोन दंगे को लेकर दिग्विजय सिंह के बयान पर भोपाल से बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने तीखी बात की है। रामेश्वर ने कहा कि दिग्विजय सिंह भारत में रहकर जिन्ना की औलाद जैसे काम कर रहे हैं।
आतंकियों को पनाह दे रहे दिग्विजय
रामेश्वर ने कहा- आपने (दिग्विजय सिंह ने) हिंदू-मुसलमान के बीच की खाई को और गहरा कर दिया। तुम इस देश में जिन्ना की औलाद के जैसे काम कर रहे हो। आपने तथ्य चैक नहीं किए। क्या मध्य प्रदेश के 10 साल के मुख्यमंत्री ऐसे ही रहे? जिसने बिना चैक किए मस्जिद का फोटो डाल दिया, जिसने बिना तथ्य चैक किए बेचार मुसलमान डाल दिया। उसने ये भी लिख दिया कि बीजेपी के लोग उन्हें पत्थर फेंकने के लिए उकसाते हैं। दिग्विजय सिंह, थोड़े से संभल जाओ, सुधर जाओ, पाकिस्तान के साथ तुम्हारी चेन पकड़ी गई, पाकिस्तान के साथ आपके संबंध पकड़े गए। जाकिर नाइक के साथ भी आपके संबंधों का खुलासा हुआ। तुम हिंदुस्तान के अंदर आतंकवादियों को पनाह दे रहे हो, उन्हें पाल-पोस रहे हो।
#WATCH MP|Digvijay Singh is misleading people by posting things without checking facts, it doesn't behove CM who ruled state for10yrs. Like Jinnah's 'aulaad'(child) he's creating fissures in Hindus&Muslims...:BJP MLA Rameshwar Sharma on Digvijay Singh's tweet on Khargone violence pic.twitter.com/Xwu89AZvDb
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) April 27, 2022
दिग्विजय ने यहां दिया बयान
दिग्विजय 25 अप्रैल की रात दो दिन के दौरे पर जावद विधानसभा के ग्राम मोड़ी पहुंचे थे। यहां दलित कार्यकर्ता के घर रात्रि विश्राम कर वे सुबह में राम धुन प्रभात रैली में शामिल हुए और मोड़ी माता जी के दर्शन किए। इसके बाद सुवाखेड़ा में इंदिरा पत्थर श्रमिक सहकारी समिति के यहां श्रमिकों के संवाद कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। कार्यक्रम को संबोधित करने के बाद प्रेस वार्ता की। इसी दौरान उन्होंने यह बयान दिया। दिग्विजय ने कहा कि उनके पास ऐसी शिकायतें आ रही हैं कि कुछ गरीब मुसलमान लड़कों को पैसा देकर बीजेपी के लोग खुद ही पत्थर फिंकवाते हैं। हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि वे अभी यह आरोप नहीं लगा रहे। पहले वे तथ्यों की जांच करेंगे।
गृह मंत्री का आरोप
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने 26 अप्रैल को कहा कि दिग्विजय सिंह को स्पष्ट करना चाहिए कि किस आधार पर उन्होंने मुस्लिम नौजवानों को बिकाऊ कहा। आपने तो सीधे यह भी घोषित कर दिया कि पत्थर कौन फेंक रहे हैं। मैं दिग्विजय सिंह से यह पूछना चाहता हूं कि आखिर रमजान के महीने में उन्होंने मुस्लिम कौम को बदनाम करने का पाप क्यों किया?
रामधुन की राजनीति
मामला नवंबर का है। विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा था कि यहां (विधानसभा क्षेत्र) में नेतागिरी नहीं करना। दिग्विजय सिंह आया था यहां, कुछ करके गया...। कांग्रेस का आदमी इधर आए तो घुटने तोड़ दो। इसके बाद दिग्विजय ने ट्वीट किया- हिंसा का जवाब अहिंसा से दूंगा। 24 नवंबर को महात्मा गांधी की मूर्ति से रामेश्वर शर्मा के घर जाऊंगा। उनके घर जा कर प्रभु से उन्हें सद्बुद्धि देने के लिए एक घंटे तक रामधुन करूंगा।
फिर 24 नवंबर को ये हुआ
बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह की रामधुन हुई, लेकिन दोनों का मिलन नहीं हो सका। चैलेंज पूरा करने के लिए कांग्रेसियों संग दिग्विजय रामधुन करते हुए बीजेपी विधायक के घर के लिए रवाना हुए थे। लेकिन पुलिस बल की तैनाती और बैरिकैटिंग के कारण उन्हें रास्ते से ही लौटना पड़ा। इधर, रामेश्वर ने पूर्व सीएम के स्वागत के लिए पंडाल लगाया था। हलवा-पूड़ी का इंतजाम किया था। विधि विधान से रामधुन का आयोजन किया गया। पुलिस ने उन्हें भी आवास पर हो रोक दिया। वहीं, कांग्रेसियों ने शर्मा के घर से 200 मीटर दूर बैरिकेटिंग के पास सड़क पर बैठकर रामधुन की।
बीजेपी विधायक ने तब कहा था कि दिग्विजय रामधुन में नहीं आ रहे। वो रामधुन का कहकर कहीं और चले गए। मैं तो उनके इंतजार में बैठा हूं। यहां तो हलवा-पूड़ी भी बना। उनको किसने रोका। पहले पता कर लेना था। यहां तो राम का दरबार लगा।