मंदसौर. यहां जिला जेल में सजा काट रहे कैदी ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। 19 मार्च की सुबह उसे बेहोशी की हालत में जिला अस्पताल लाया गया, इलाज के दौरान मौत हो गई। कैदी के पास से 3 पेज का सुसाइड नोट मिला है। इसमें उसने झूठे आरोप में फंसाने की बात कही है। कैदी ने लिखा- जेल की जिंदगी नहीं जीना चाहता।
मंदसौर जेल अधीक्षक प्रेम सिंह ने बताया कि सुबह करीब 9:30 बजे 7 नंबर बैरक सजा काट रहे कैदी धर्मेंद्र अहिरवार (सुवासरा निवासी) के मुंह से झाग निकलते देखा था। जेल कर्मी उसे जिला अस्पताल लेकर गए, जहां उसकी मौत हो गई।
मृतक ने सुसाइड नोट में ये लिखा: मुझे रेप के मामले में झूठा फंसाया गया। आरोप लगाने वाली महिला और उसके परिवारजन ने 7 लाख रुपए मांगे थे। मेरी इतनी हैसियत नहीं थी कि इतने पैसे दे पाता। इसलिए झूठे मामले में फंसाया गया। सुसाइड नोट में मृतक ने लिखा कि वह पहले 3 महीने और 5 महीने की सजा काट चुका है, लेकिन अब जेल की जिंदगी नहीं जीना चाहता। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजन को दे दिया गया।
जानकारी के मुताबिक, मृतक पिछले कई दिनों से गरोठ उपखंड जेल में बंद था और बीते 29 जनवरी को उसे जिला जेल में ट्रांसफर किया गया था। मृतक को रेप केस में 10 साल की सजा हुई थी। इसके बाद से वह जेल में सजा काट रहा था।
परिजन का भी आरोप: परिवारवालों ने भी जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका आरोप है कि जेल में जहरीला पदार्थ कैसे पहुंचा। उन्होंने मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है।