Bhopal. मध्य प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव (Local Body Election) को लेकर भी तस्वीर साफ हो गई है। प्रदेश में पंचायत चुनाव के बाद नगरीय निकाय चुनाव अगस्त के फर्स्ट वीक तक हो सकते हैं। नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह (MP Minister Bhupendra Singh) ने कहा कि राज्य निर्वाचन आयोग 1 जून को नगरीय निकाय चुनाव का ऐलान कर सकता है। संभावना है कि जुलाई में जैसे ही पंचायत चुनाव खत्म होंगे, इसके बाद नगरीय निकाय चुनाव होंगे। हम यह मानकर चल सकते हैं कि अगस्त पहले हफ्ते तक नगरीय निकाय के चुनाव हो जाएंगे।
प्रदेश में पंचायत चुनाव के बाद होंगे नगरीय निकाय के चुनाव.
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा, अगस्त के पहले सप्ताह तक हो सकते हैं नगर निगम, नगर पालिका, और नगर परिषद के चुनाव. @bhupendrasingho @CEOMPElections @AlokSharma_RDG @OfficeOfKNath @BJP4MP @INCMP #thesootr pic.twitter.com/m2L64DiGo3
— TheSootr (@TheSootr) May 28, 2022
सरकार ने अध्यादेश राज्यपाल को भेजा
शिवराज सरकार प्रदेश में 16 नगर निगमों के महापौर के चुनाव प्रत्यक्ष तरीके यानी सीधे जनता से कराने पर गंभीरता से विचार कर रही है। जबकि नगर पालिका और नगर परिषद के अध्यक्षों का चुनाव अप्रत्यक्ष प्रणाली यानी चुने हुए पार्षदों के माध्यम से कराए जाएंगे। द सूत्र की यह खबर शत-प्रतिशत सही साबित हुई थी। सरकार ने बुधवार, 25 मई की रात हूबहू यही अध्यादेश (Ordinance) राज्यपाल को मंजूरी के लिए भेज दिया है। नए अध्यादेश के मुताबिक प्रदेश में अब सिर्फ महापौर के चुनाव सीधे जनता से कराए जाएंगे। नगर पालिका और नगर परिषद के अध्यक्ष का चुनाव पार्षद करेंगे।
कमलनाथ का BJP पर धोखा देने का आरोप
कमलनाथ ने बीजेपी पर OBC के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया। मीडिया से चर्चा में उन्होंने पंचायत चुनाव में OBC आरक्षण के आंकड़े पेश किए। उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश में जिला पंचायत के 875 सदस्य हैं। OBC को 98 पद मिले यानी जिला पंचायत सदस्य के लिए प्रदेश में कुल 11.2% आरक्षण मिला। 19 जिलों में जिला पंचायत सदस्य के लिए एक भी पद OBC को नहीं मिला है। यही हाल जनपद पंचायत का है।