भोपाल. मध्यप्रदेश में कई इलाकों में बारिश कहर बरपा रही है। ग्वालियर-चंबल में पार्वती, कूनो, क्वारी और सिंध नदी उफान पर हैं। शिवपुरी, श्योपुर और गुना में 350 से ज्यादा गांव बाढ़ की चपेट में हैं। शिवपुरी में मदद के लिए वायुसेना के 3 हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू किया गया। मंगलवार को सीएम शिवराज ने पीएम मोदी से फोन पर बात कर बाढ से बने हालातों को बताया। पीएम मोदी ने हरसंभव मदद करने की बात कही है। श्योपुर में NDRF और SDRF की टीमें भेजी गई हैं। सोमवार देर रात को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने शिवपुरी, दतिया, भिंड कलेक्टरों से चर्चा करने के बाद अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए है। शिवपुरी में लगातार तेज बारिश के कारण मड़ीखेड़ा डैम फुल हो गया है। जिसके कारण सिंध नदी का जलस्तर अभी और बढ़ेगा। मुख्यमंत्री कार्यालय ने बयान जारी करते हुए कहा है कि शिवपुरी के प्रभारी मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया और स्थानीय मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया शिवपुरी जिला मुख्यालय में रहकर बाढ़ की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सुबह 10.30 बजे मंत्रालय पहुंचकर स्टेट सिचुऐशन रूम से बाढ़ की स्थिति का जायजा लेंगे।
कहां-कितना गिरा पानी?
24 घंटे में श्योपुर में 5 इंच, गुना में 4 इंच, शिवपुरी के बैराड़ में 11 इंच बारिश हुई है। दरअसल, मॉनसून के दक्षिण बिहार से यूपी तरफ शिफ्ट होने से ग्वालियर-चंबल में घनघोर बारिश हो रही है।
श्योपुर टापू बना
श्योपुर में लगातार बारिश की वजह से जिला टापू बना हुआ है। बाढ़ में फंसे 30 लोगों को रेस्क्यू करके निकाला गया। हाईवे पर बने पुल के ऊपर से पानी बह रहा है। इसकी वजह से श्योपुर का राजस्थान से तीसरे दिन भी संपर्क कटा रहा। गुना का भी यही हाल है। यहां दीवार गिर जाने से एक बच्चे की मौत हो गई, जबकि भिंड में एक बच्चा डूब गया। सतना और रीवा में रात से बारिश नहीं होने से थोड़ी राहत मिली है, लेकिन बाढ़ की वजह से गांव में घर गिरने और रास्ते बह जाने की वजह से काफी नुकसान हुआ।
श्योपुर- 3 दिन से राजस्थान से संपर्क कटा
जिले में तीन दिन से लगातार बारिश हो रही है। 12 घंटे में साढ़े 3 इंच से ज्यादा बारिश हुई। पार्वती, कूनो, क्वारी और सीप नदियां उफान पर हैं। श्योपुर जिला और उसके कस्बे कराहल, विजयपुर, श्योपुर और बड़ौदा में पानी भर गया है। श्योपुर का राजस्थान से संपर्क कट गया है। विजयपुर में बाढ़ का पानी घुसने से कोठारी पैलेस और आसपास के घरों में 30 लोग फंस गए। उन्हें रेस्क्यू करके दो घंटे बाद निकाला गया।
शिवपुरी- पोहरी और खर्च में सबसे ज्यादा गांव प्रभावित
शिवपुरी शहर में बारिश का पानी भर गया है। पोहरी, खर्च में 100 से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। छतों पर लोग फंसे हैं। यहां पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ रेस्क्यू की तैयारी कर रही है। वहीं, अपर कैकेटो बांध में पानी भरने की वजह से उसके 11 गेट खोलने पड़े।
गुना- 150 से ज्यादा गांव बाढ़ में घिरे, राजस्थान का हाईवे भी बंद
जिले में 24 घंटों में 106 मिमी बारिश दर्ज की गई। बमोरी इलाके में पार्वती, सिंध और कूनो नदी उफान पर हैं। लगभग 150 गांव का संपर्क शहर और कस्बों से कट गया है। ढीमरपुरा के रास्ते में नदी उफान पर होने से प्रशासनिक मदद नहीं पहुंच पाई है। विशनवाड़ा क्षेत्र में 8 गांव के लोग घरों में कैद हो गए हैं। राजस्थान जाने का रास्ता बंद हो गया है। वहीं, शहर से 12 किमी दूर नयागांव में रविवार रात कच्चे मकान की दीवार गिर गई। इसमें दबकर साढ़े तीन साल के बच्चे की मौत हो गई।
भिंड- बाढ़ के पानी में बच्चा डूबा
बारिश की वजह से भिंड में सिंध नदी उफान पर है। लहालौरी गांव के किनारे सिंध नदी के ऊपरी बीहड़ में बने बांध में बारिश का पानी भर गया। इस बांध में गांव के कुछ बालक रविवार की शाम को नहाने के लिए गए थे। इसी समय रोहित (5) आ गया। वो भी दोस्तों को देखकर बांध में उतर गया। तैरना नहीं आने की वजह से वो गहरे पानी में चला गया, जिससे उसकी मौत हो गई। सोमवार सुबह उसका शव मिला।
जिला प्रशासन को अलर्ट रहने के निर्देश
सीएम शिवराज ने भिंड, शिवपुरी और दतिया के जिला प्रशासन ने बारिश की जानकारी ली। इसके साथ ही सीएम ने प्रशासन को निर्देश दिए कि नदी किनारे बसे गांवों के संपर्क में रहे और प्रत्येक स्थिति पर नजर रखें। लगातार तेज बारिश के कारण मड़ीखेड़ा डैम फुल हो चुका है। जिससे सिंध नदी का जलस्तर बढ़ेगा।