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अरुण तिवारी, BHOPAL. नगरीय निकाय चुनाव (urban body elections) के पहले चरण के जो नतीजे आए हैं उनमें कांग्रेस (congress) को बड़ा नुकसान हुआ है। ये हम नगर निगम (municipal corporation) और नगर पालिकाओं (municipality) के तहत आने वाली विधानसभा (assembly) सीटों के नजरिए से कह रहे हैं। पहले चरण में 11 नगर निगम और 36 नगर पालिकाओं के नतीजे आए हैं। यदि इनका विधानसभावार एनालिसिस किया जाए तो इन क्षेत्रों में 58 विधानसभा सीट आती हैं। 2018 के विधानसभा चुनाव में इन 58 सीटों में से कांग्रेस के पास 29 सीटें और BJP के पास 27 सीटें आईं थी, जबकि 2 सीटें निर्दलीय के खाते में गई थीं। 2022 में निकाय चुनाव के पहले चरण के नतीजें आने के बाद यदि विधानसभावार वोटों का आंकलन किया जाए तो कांग्रेस को 13 सीटों का नुकसान हो गया है तो बीजेपी को 15 सीटों का फायदा। कांग्रेस की हिस्से में 16 तो बीजेपी के खाते में 42 विधानसभा सीट आ रही हैं।
- 2018 : नगर निगम 11: विधानसभा सीट 27, कांग्रेस — 13, बीजेपी — 13, निर्दलीय — 1
ये है चार बड़े शहरों की विधानसभावार स्थिति
- भोपाल : बीजेपी की मेयर कैंडिडेट मालती राय की 98 हजार 845 मतों से जीत
इंदौर : बीजेपी के मेयर कैंडिडेट पुष्यमित्र भार्गव की 1 लाख 33 हजार 992 मतों से जीत
- 2018 : कुल सीट 6, बीजेपी — 4, कांग्रेस — 2
ग्वालियर : कांग्रेस की मेयर कैंडिडेट शोभा सिकरवार की 28 हजार 805 से जीत
- 2018 : कुल सीट 3, बीजेपी — 0, कांग्रेस — 3,
जबलपुर : कांग्रेस के मेयर कैंडिडेट जगत बहादुर सिंह अन्नू की 44 हजार 339 से जीत
- 2018 : कुल सीट 4, बीजेपी — 1, कांग्रेस — 3
ये है नगरपालिकाओं की स्थिति
नगरीय निकाय के पहले चरण में प्रदेश की कुल 36 नगरपालिकाओं के चुनाव के नतीजे सामने आए। इनमें 31 विधानसभा सीट आती हैं। 2018 में इन 31 विधानसभा सीटों में कांग्रेस के पास 16, बीजेपी के पास 14 और निर्दलीय के खाते में 1 सीट गई थी। जबकि निकाय के नतीजों के बाद ये तस्वीर बदल गई है। अब विधानसभा सीट के हिसाब से कांग्रेस के पास 7 सीट बचीं हैं जबकि बीजेपी के पास 25 सीटें आ गई हैं। यानी साफ है कि कांग्रेस को 9 सीटों का नुकसान हुआ है और बीजेपी को 11 सीटों का फायदा हुआ है।