अशोकनगर. मध्य प्रदेश में ‘गद्दारी’ (Traitor) विवाद चर्चा में है। पूरी कहानी दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया के इर्द-गिर्द है। अब इसमें दिग्विजय के बेटे और विधायक जयवर्धन सिंह (Jaivardhan Singh) भी शामिल हो गए हैं। जयवर्धन ने कहा कि उनमें (सिंधिया) और हममें एक अंतर है। हम एक बार जिस पार्टी में आ गए, फिर उसी में रहते हैं। सिंधिया जी अगर पोल खोलना चाहते हैं तो खोलते क्यों नहीं, उन्हें किसका डर है।जनजागरण यात्रा लेकर मध्य प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री और राधौगढ़ विधायक जयवर्धन सिंह सोमवार को अशोकनगर क्षेत्र के कुछ ग्रामों में पहुंचे। जहां ग्राम सेमरा पहाड़ में उनका ऐतिहासिक स्वागत किया गया। विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री ने भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला।
क्या बोले थे सिंधिया?
दिग्विजय के आरोप पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था मैं उस स्तर तक नहीं गिरना चाहता। मैं उनकी कोई पोल नहीं खोलूंगा। सिंधिया परिवार का अपना एक स्तर है और उसे मैं बरकरार रखूंगा। जो लोग आतंकी ओसामा बिन लादेन को ओसामा जी कहते हैं। जो कहते हैं कि जब वो सत्ता में आए तो अनुच्छेद 370 दोबारा से लागू करवा देंगे। ऐसे लोगों को आप (मीडिया) जनता ही बताएगी कि कौन गद्दार है और कौन नहीं।
ऐसे शुरू हुआ विवाद
4 दिसंबर को सिंधिया, दिग्विजय के गढ़ राघौगढ़ पहुंचे थे। केंद्रीय मंत्री बनने के बाद पहली बार सिंधिया राघौगढ़ पहुंचे थे। इसी दिन दिग्विजय मधुसूदनगढ़ के कार्यक्रम में गए थे। यहां उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार (Congress Govt) तो बन गई थी। सिंधिया जी छोड़कर चले गए और एक-एक विधायक के 25-25 करोड़ रुपए ले गए। अरे, कांग्रेस के साथ गद्दारी कर गए, इसका मैं क्या करूं। किसने सोचा था। जनता ने तो कांग्रेस की सरकार बनवा दी थी। इतिहास इस बात का साक्षी है। एक व्यक्ति गद्दारी करता है, तो उसकी पीढ़ी दर पीढ़ी गद्दारी पे गद्दारी करती है। तो सोच समझ के गद्दारी करना।
कांग्रेस-बीजेपी के भी एक दूसरे पर आरोप
गद्दार मुद्दे पर बीजेपी और कांग्रेस में जमकर उठापटक मची है। 6 दिसंबर को बीजेपी ने दिग्विजय सिंह के पिता राजा बलभद्र सिंह (Raja Balbhadra Singh) के 16 सितंबर 1939 को अंग्रेजों को लिखा पत्र जारी किया। आरोप लगाया कि दिग्विजय के परिवार की अंग्रेज भक्ति इस पत्र में दिखती है। यह पत्र कांग्रेस से बीजेपी में गए पंकज चतुर्वेदी ने जारी किया। चतुर्वेदी ने ये भी कहा कि दिग्विजय सिंह जी, आपके परिवार का इतिहास गद्दारी से भरा हुआ है। साहस है तो इस पत्र से सामने आए सवालों का जवाब दें।
इस पर कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा ने कहा कि चतुर्वेदी एक साल पहले कांग्रेस से बीजेपी में गए हैं। वहां उन्हें अपनी काबिलियत साबित करना है। दिग्विजय सिंह पर हमला करना है, तो सीधे मोहन भागवत करें। दिग्विजय सिंह पर हमला करने के लिए चतुर्वेदी को नया जन्म लेना पड़ेगा।
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MP की सियासत: हम एक बार जिस पार्टी में आ गए, उसी में रहते हैं- गद्दार विवाद पर जयवर्धन
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अशोकनगर. मध्य प्रदेश में ‘गद्दारी’ (Traitor) विवाद चर्चा में है। पूरी कहानी दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया के इर्द-गिर्द है। अब इसमें दिग्विजय के बेटे और विधायक जयवर्धन सिंह (Jaivardhan Singh) भी शामिल हो गए हैं। जयवर्धन ने कहा कि उनमें (सिंधिया) और हममें एक अंतर है। हम एक बार जिस पार्टी में आ गए, फिर उसी में रहते हैं। सिंधिया जी अगर पोल खोलना चाहते हैं तो खोलते क्यों नहीं, उन्हें किसका डर है।जनजागरण यात्रा लेकर मध्य प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री और राधौगढ़ विधायक जयवर्धन सिंह सोमवार को अशोकनगर क्षेत्र के कुछ ग्रामों में पहुंचे। जहां ग्राम सेमरा पहाड़ में उनका ऐतिहासिक स्वागत किया गया। विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री ने भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला।
क्या बोले थे सिंधिया?
दिग्विजय के आरोप पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था मैं उस स्तर तक नहीं गिरना चाहता। मैं उनकी कोई पोल नहीं खोलूंगा। सिंधिया परिवार का अपना एक स्तर है और उसे मैं बरकरार रखूंगा। जो लोग आतंकी ओसामा बिन लादेन को ओसामा जी कहते हैं। जो कहते हैं कि जब वो सत्ता में आए तो अनुच्छेद 370 दोबारा से लागू करवा देंगे। ऐसे लोगों को आप (मीडिया) जनता ही बताएगी कि कौन गद्दार है और कौन नहीं।
ऐसे शुरू हुआ विवाद
4 दिसंबर को सिंधिया, दिग्विजय के गढ़ राघौगढ़ पहुंचे थे। केंद्रीय मंत्री बनने के बाद पहली बार सिंधिया राघौगढ़ पहुंचे थे। इसी दिन दिग्विजय मधुसूदनगढ़ के कार्यक्रम में गए थे। यहां उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार (Congress Govt) तो बन गई थी। सिंधिया जी छोड़कर चले गए और एक-एक विधायक के 25-25 करोड़ रुपए ले गए। अरे, कांग्रेस के साथ गद्दारी कर गए, इसका मैं क्या करूं। किसने सोचा था। जनता ने तो कांग्रेस की सरकार बनवा दी थी। इतिहास इस बात का साक्षी है। एक व्यक्ति गद्दारी करता है, तो उसकी पीढ़ी दर पीढ़ी गद्दारी पे गद्दारी करती है। तो सोच समझ के गद्दारी करना।
कांग्रेस-बीजेपी के भी एक दूसरे पर आरोप
गद्दार मुद्दे पर बीजेपी और कांग्रेस में जमकर उठापटक मची है। 6 दिसंबर को बीजेपी ने दिग्विजय सिंह के पिता राजा बलभद्र सिंह (Raja Balbhadra Singh) के 16 सितंबर 1939 को अंग्रेजों को लिखा पत्र जारी किया। आरोप लगाया कि दिग्विजय के परिवार की अंग्रेज भक्ति इस पत्र में दिखती है। यह पत्र कांग्रेस से बीजेपी में गए पंकज चतुर्वेदी ने जारी किया। चतुर्वेदी ने ये भी कहा कि दिग्विजय सिंह जी, आपके परिवार का इतिहास गद्दारी से भरा हुआ है। साहस है तो इस पत्र से सामने आए सवालों का जवाब दें।
इस पर कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा ने कहा कि चतुर्वेदी एक साल पहले कांग्रेस से बीजेपी में गए हैं। वहां उन्हें अपनी काबिलियत साबित करना है। दिग्विजय सिंह पर हमला करना है, तो सीधे मोहन भागवत करें। दिग्विजय सिंह पर हमला करने के लिए चतुर्वेदी को नया जन्म लेना पड़ेगा।
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