इंदौर. बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव (BJP National General Secretary) कैलाश विजयवर्गीय की एक कार्यक्रम में जुबान फिसल गई। वे युवा एवं खेल मामलों की मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया (Yashodhara Raje Scindia) को मुख्यमंत्री बता गए। इतनी ही नहीं, कैलाश ने इसका खंडन नहीं किया और इसके बाकायदा मनाए भी बताए।
ये बोले कैलाश: विजयवर्गीय ने कहा कि आज हमारे बीच मध्य प्रदेश की यशस्वी, युवा खेल मंत्री मुख्यमंत्री...(लोगों ने ताली बजाई)। ऐसा कहते हैं कि कभी-कभी ऊपर (आसमान से) सप्तऋषि निकलते हैं। और वो कहते हैं कि ऐसा ही हो, ऐसा ही हो, ऐसा ही हो। ऐसे ही मेरे मुंह से मुख्यमंत्री निकल गया और ऊपर से वो (सप्तऋषि) कह रहे हों कि ऐसा ही हो, ऐसा ही हो। तालियां बजाकर यशोधरा जी का स्वागत करें।
और जुबान फिसली!!!
आज हमारे बीच प्रदेश की यशस्वी, युवा खेल मंत्री मुख्यमंत्री...(लोगों ने ताली बजाई)। ऐसा कहते हैं कि कभी-कभी सप्तऋषि निकलते हैं। और वो कहते हैं कि ऐसा ही हो, ऐसा ही हो, ऐसा ही हो... @ChouhanShivraj @vdsharmabjp @yashodhararaje @KailashOnline @INCMP pic.twitter.com/KktHBrRVAn
— TheSootr (@TheSootr) January 5, 2022
ये था कार्यक्रम: एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए 4 जनवरी को यशोधरा राजे इंदौर पहुंचीं थी। वे इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि थीं। इसमें अन्य जनप्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित थे। इसमें पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भाषण देने आए तो उनकी जुबान फिसल गई। खेल मंत्री यशोधरा राजे को मुख्य अतिथि कहने के बजाय मुख्यमंत्री कह गए। इस पर वहां मौजूद लोगों ने ठहाके लगाए। सप्तऋषियों का उदाहरण देते हुए कैलाश ने बात संभालने की कोशिश की।
कैलाश की सिर्फ बात या सियासी मायने: मध्य प्रदेश की राजनीति में कैलाश विजयवर्गीय और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के रिश्ते किसी से छिपे नहीं है। दोनों के बीच की राजनीतिक खींचतान की खबरें सामने आती रहती है। पिछले कुछ महीनों से शिवराज के बदले जाने की अटकलें भी चल रही हैं। इन्हीं अटकलों के बीच कैलाश का यशोधरा राजे को मुख्यमंत्री कहा जाना जोर पकड़ रहा है। हर कोई इसके अपनी तरह से मायने निकाल रहा है। कुछ महीने पहले कैलाश और शिवराज ने एक कार्यक्रम में फिल्म शोले का ‘ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे...’ गाना गाया था।