Bhopal. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के ‘बकवास’ बयान पर विवाद जारी है। इसको लेकर बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने विधानसभा स्पीकर गिरीश गौतम को चिट्ठी लिखी थी। गौतम ने चिट्ठी मिलने की पुष्टि की। कहा कि जांच के बाद तय किया जाएगा कि किस तरह कार्रवाई की जाए। कमलनाथ का लंबा संसदीय अनुभव रहा है। उन्हें इस तरह की बात कहना जंचता नहीं है। वहीं, कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने भी गौतम के बयान पर निशाना साधा।
पटवारी का ट्वीट
अध्यक्षजी,
छोटा मुंह, बड़ी बात और अग्रिम क्षमा के साथ निवेदन है - "आपका पद सत्तापक्ष नहीं, निष्पक्ष होता है. नियम-कानून से चलने वाली संवैधानिक गतिविधियों को भी यदि मीडिया के जरिए साझा किया जाएगा, तो मुझे नहीं लगता कि पद की गरिमा बढ़ेगी!"#गरिमा_कौन_बढ़ाएगा@Girish_gautammp जी, https://t.co/IQCCqpLfdn
— Jitu Patwari (@jitupatwari) April 26, 2022
ये बोले गौतम
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने मुझे ये पत्र प्रेषित किया है। इसमें कहा गया है कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ द्वारा अशोभनीय टिप्पणी की गई है। शर्मा ने ये भी लिखा है कि विधानसभा में बकवास होती है। इसका कानूनन परीक्षण किया जाएगा, जो भी कार्रवाई हो सकती है, की जाएगी। गौतम ने ये भी कहा कि स्वाभाविक तौर पर कमलनाथ का लंबा संसदीय अनुभव है, वे 8 या 10 बार लोकसभा सदस्य रहे। अभी विधानसभा में हैं। मुख्यमंत्री रह चुके हैं। विधानसभा को लेकर इस तरह के अशोभनीय शब्दों की उम्मीद उनसे तो नहीं की जाती। जो नए विधायक आते हैं, वो इन्हीं पुराने लोगों से सीखते हैं। हम उनको क्या सिखाकर जाना चाहते हैं। अगर किसी को लगता है कि विधानसभा में बकवास होती है तो उसे इस्तीफा देकर सदन से बाहर जाना चाहिए। किसी को किसी ने रोका थोड़ी है।
वीडी शर्मा की चिट्ठी और कमलनाथ का बयान
@OfficeOfKNathने कहा था- सदन में क्या #BJP की बकवास सुनूंगा, रोज 200 लोगों से मिलता हूं। @JansamparkMP @drnarottammisra @ChouhanShivraj @INCMP pic.twitter.com/jI1mNtgrII
— TheSootr (@TheSootr) April 26, 2022
नरोत्तम ने ये कहा था
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा- मुख्यमंत्री, मंत्री, नेता प्रतिपक्ष के पद रहने वाले अगर विधानसभा की कार्यवाही को बकवास कहेंगे तो लोकतंत्र का अपमान है। इनको भारत का अपमान करने में आनंद आता है। पार्टी ने मामले को गम्भीरता से लिया है, कार्रवाई की जाएगी। आगामी सत्र में कमलनाथ के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाएंगे। नेता प्रतिपक्ष होने के बाद भी कमलनाथ सदन की कार्यवाही को कम समय देते हैं।