नाथ के ‘बकवास’ बयान पर BJP तल्ख, VD शर्मा की स्पीकर को चिट्ठी, नरोत्तम ये बोले

author-image
Atul Tiwari
एडिट
New Update
नाथ के ‘बकवास’ बयान पर BJP तल्ख, VD शर्मा की स्पीकर को चिट्ठी, नरोत्तम ये बोले

Bhopal. कमलनाथ के विधानसभा की कार्यवाही पर टिप्पणी किए जाने को लेकर एक बार फिर मध्य प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। इस पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम को चिट्ठी लिखकर कमलनाथ की टिप्पणी पर आपत्ति जताई है। साथ ही प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि सदन में विशेषाधार हनन का प्रस्ताव लाया जाएगा।







— TheSootr (@TheSootr) April 26, 2022

 





ये बोले नरोत्तम



मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा- मुख्यमंत्री, मंत्री, नेता प्रतिपक्ष के पद रहने वाले अगर विधानसभा की कार्यवाही को बकवास कहेंगे तो लोकतंत्र का अपमान है। इनको भारत का अपमान करने में आनंद आता है। पार्टी ने मामले को गम्भीरता से लिया है, कार्रवाई की जाएगी। आगामी सत्र में कमलनाथ के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाएंगे। नेता प्रतिपक्ष होने के बाद भी कमलनाथ सदन की कार्यवाही को कम समय देते हैं।





प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष ये बोले





वीडी शर्मा ने कहा कि उन्होंने 'बकवास' शब्द कहकर सदन की मर्यादा तोड़ी। ऐसा करना आपत्तिजनक है। इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई होना चाहिए। पत्र में शर्मा ने ये भी लिखा कि यह बात कोई नया विधायक कहता तो बात दूसरी थी। यह कहा जाता है कि कमलनाथ जी को 8-10 बार लोकसभा में रहने का मौका मिला। वो 40 साल से लोकसभा सदस्य रहे। मंत्री भी रहे। मप्र में मुख्यमंत्री भी रहे। ऐसी अपेक्षा कोई भी नहीं करता। वरिष्ठ विधायक और नेता जो राजनीति में हैं, इनके द्वारा किसी तरह के आचरण में कोई खोट पैदा होगा, तो नए को हम क्या सिखा के जाएंगे?





शर्मा ने कहा कि मैं कमलनाथजी से पूछना चाहता हूं कि देश की लोकसभा और विधानसभा के अंदर जो कार्यवाही होती है, इसमें नीति निर्धारण के साथ योजनाएं बनती है। सरकार विकास से लेकर गरीब कल्याण तक की योजनाएं बनाती हैं। उन पर चर्चा लोकतंत्र संसदीय प्रक्रियाओं के तहत होती है। क्या यह सब बकवास है?



बकवास बयान Narottam Sharma BJP Counter Attack Assembly Proceedings वीडी शर्मा मप्र बीजेपी प्रमुख बीजेपी का पलटवार Bakwas Statement VD Sharma kamalnath MP BJP Chief कमलनाथ नरोत्तम मिश्रा विधानसभा कार्यवाही