भोपाल. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वकांक्षी जल जीवन मिशन योजना में मध्यप्रदेश के अधिकारी सरकार को पलीता लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। मध्यप्रदेश के तमाम जिलों में जमकर लापरवाही बरती जा रही है। कहीं पाइपलाइन नहीं है, तो कहीं नलों में टोंटी नहीं है, मीडिया में ऐसी खबरों की सरगर्मी है। भोपाल की सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कलेक्टर को पत्र लिखकर जल जीवन मिशन के तहत हुए कार्यों की जांच करने के निर्देश दिए हैं।
जांच करके रिपोर्ट दें कलेक्टर: सांसद साध्वी प्रज्ञा ने योजना की लापरवाही पर फौरन संज्ञान लिया। साध्वी प्रज्ञा ने पत्र में लिखा कि जल जीवन मिशन के कार्यों के लिए आवंटित राशि का सत्यापन किया जाए। जांच पूरी होने के बाद जल्द से जल्द रिपोर्ट पेश की जाए।
'द सूत्र' ने सबसे पहले की थी पड़ताल: जल जीवन मिशन के कार्यों में बरती जा रही लापरवाहियों का खुलासा सबसे पहले 'द सूत्र' ने किया था। 'द सूत्र' की टीम ने सीएम शिवराज के गृह ग्राम जैत में योजना की हकीकत जानी थी। पड़ताल में चौंकाने वाले खुलासे हुए थे। किसी घर में पाइप लगा दिया था लेकिन टोंटी नहीं लगाई। किसी घर में नल लगाया गया था, लेकिन पानी एक ही दिन आया। कोई परिवार तो ऊंचाई पर घर होने की वजह से नल के पानी से वंचित रह गया था। अधिकारियों की मनमानी का आलम तो इस कदर था कि सीएम शिवराज के 15 दिन के अल्टीमेटम का भी कोई असर नहीं हुआ था।
अल्टीमेटम के बाद भी काम नहीं: CM के गांव में नल-जल योजना 4 साल पहले पूरी, पर नल सूखे
'द सूत्र' ने खोली थी पोर्टल की पोल: पीएम मोदी की महत्वकांक्षी जल जीवन मिशन योजना की हकीकत जानने के लिए 'द सूत्र' ने जल जीवन मिशन के पोर्टल को खंगाला था। इसके बाद ग्राउंड जीरो पर जाकर हालातों का जायजा लिया। पोर्टल के मुताबिक भोपाल के बैरसिया में हर घर में नल से पानी मिल रहा था। लेकिन ये दावा ग्राउंड जीरो पर फिसड्डी साबित हुआ। नल सूखे पड़े थे और जिम्मेदार मोटर और वॉल्व खराब होने का हवाला दे रहे थे। पोर्टल के मुताबिक जबलपुर के रैपुरा गांव में 100 फीसदी नल कनेक्शन दिए गए। लेकिन ग्रामीणों ने बताया कि बिजली नहीं होने से टंकी में पानी नहीं भर पाता, योजना आधी-अधूरी थी। ग्वालियर के रिठोदन गांव का हाल भी कुछ ऐसा ही रहा था। हर घर में नल का दावा ठेकेदार की मनमानी की भेंट चढ़ गया था। ठेकेदार मोटर के बिजली बिल के पैसों का हवाला देकर टंकी नहीं भरता था और गांव के लोग जल से वंचित रह जाते थे।
जल जीवन मिशन: MP में मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के हाल बेहाल, नल लगे मगर पानी नहीं