Bhopal. मध्यप्रदेश के भोपाल से परेशान कर देने वाली घटना सामने आई है। डॉक्टर पति की मौत का सदमा प्रोफेसर पत्नी बर्दाश्त नहीं कर पाई और एक घंटे बाद ही महिला ने भदभदा ब्रिज से कूदकर जान दे दी। इसके बाद 03 मई को दोनों की अर्थियां एक साथ उठीं। दोनों की करीब चार पहले शादी हुई थी। बताया जा रहा है कि पति की मौत के बाद प्रोफेसर पत्नी ने अस्पताल में डॉक्टर से कहा था कि अब अब उनके जीने का मतलब नहीं है। इस दुनिया में मेरा कोई नहीं रहा। भदभदा ब्रिज जा रहे हूं खुदकुशी करने और फिर वहां जाकर खुदकुशी कर ली। ब्रेन हेमरेज से पति की मौत हुई।
चार साल पहले की थी शादी
चूनाभट्टी में रहने वाले 47 साल के डाक्टर पराग पाठक दंत चिकित्सक थे और एक निजी कॉलेज में प्रोफेसर थे। 28 अप्रैल को सुबह नौ बजे के करीब डॉक्टर पराग पाठक की तबियत खराब हुई थी। उनको परिजनों ने अरेरा कॉलोनी स्थित नेशनल अस्पताल में भर्ती कराया था। डॉक्टरों ने उनको बताया कि उनके पति पराग पाठक की हालत काफी गंभीर है। जबलपुर की रहने वाली प्रीति भोपाल में नरेला कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर थीं। उनकी शादी चार साल पहले ही पराग पाठक से हुई थी। दोनों के बच्चे नहीं थे। पराग पाठक के पिता राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी रहे हैं। उनकी मां डॉक्टर थी और ये दिनों अपने बेटे और बहू के साथ ही रहती थी। जब से पराग को ब्रेन हेमरेज हुआ तो वह अस्पताल में ही रह रही थी। घटना के बाद वह बहू के साथ ही थी। रात को भी वह बहू के साथ थीं। बेटे की मौत के बाद वह भी अस्पताल में ही बिलखती रहीं। इसी बीच बहू कार लेकर चली गई।
पति की मौत की खबर सुन किया सुसाइड
डॉक्टरों ने 2 मई को रात करीब 2 बजे पत्नी प्रीति को पति पराग की मौत की सूचना दी। पति की मौत का प्रीति को गहरा सदमा लगा। उसने अपने भाइयों को पति की मौत की खबर दी और इसी बीच डॉक्टर से कहा कि अब उनके जीने का मतलब नहीं है। इस दुनिया में मेरा कोई नहीं रहा। भदभदा ब्रिज जा रही हूं खुदकुशी करने। यह कहकर वह कार से भदभदा की ओर निकल गईं। जब प्रीति के भाई अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टर ने उन्हें प्रीति के द्वार बताई गई बात बताई। दोनों भाई तुरंत भदभदा ब्रिज पहुंचे लेकिन तब तक प्रीति छलांग लगा चुकी थी। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने शव को बाहर निकाला।