रतलाम. देशद्रोह के मामले में कुख्यात सूफा संगठन के एक बार फिर एक्टिव होने की खबरें हैं। राजस्थान पुलिस ने सूफा के 3 कट्टरपंथियों को बम बनाने के सामान (RDX) के साथ गिरफ्तार किया। उदयपुर और जयपुर का एंटी-टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) पूछताछ कर रही है। तीनों से पूछताछ करने के लिए मध्य प्रदेश की ATS भी राजस्थान जाएगी। उदयपुर IG हिंगलाज दान ने इसे कन्फर्म किया है।
ऐसे पकड़ाए कट्टरपंथी: राजस्थान के सीमावर्ती जिले चित्तौड़गढ़ के निंबाहेड़ा में 30 मार्च को पुलिस ने चेकिंग के दौरान तीन युवकों को पकड़ा। आरोपियों के नाम जुबैर, अल्तमस और सरफुद्दीन उर्फ सैफुल्ला बताए गए हैं। आरोपी रतलाम से भागकर निंबाहेड़ा के पास रानीखेड़ा में रह रहे थे। बम बनाने की जानकारी मिली तो उदयपुर और जयपुर की एटीएस पूछताछ के लिए निंबाहेड़ा पहुंची। आरोपियों से सामग्री के सप्लायर के संबंध में पूछताछ की जा रही है। मध्य प्रदेश की एटीएस टीम आरोपियों के अन्य साथियों का पता लगा रही है।
रतलाम के दो हत्याकांड में शामिल था सूफा
- तरुण सांखला मर्डर केस: 21 सितंबर 2021 की रात कॉलेज रोड पर तरुण सांखला की एक्टिवा सवार दो युवकों ने आपसी रंजिश में हत्या कर दी थी। इसमें पुलिस ने दो आरोपियों अयाज, सलमान उर्फ पप्पन को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में पता चला कि कट्टरपंथी संगठन सूफा के लोगों ने हत्या की साजिश रची और आरोपियों की मदद की। इसके बाद पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
क्या होता है RDX: RDX (Research & Developed Explosive) का इस्तेमाल मुंबई बम धमाकों में भी हुआ था। यह विस्फोटक कितना खतरनाक है, इसका अंदाजा पुलवामा ब्लास्ट की जद में आए इलाकों को देखकर लगाया सकता है। पुलवामा ब्लास्ट में 60kg RDX का इस्तेमाल किया गया था। 40 जवान शहीद हुए थे। RDX ब्लास्ट इतना खतरनाक होता है कि वह मजबूत कॉन्क्रीट तोड़ने के साथ लोहा पिघलाने की ताकत रखता है।
आतंकियों का स्लीपर सेल है सूफा: सूफा कट्टरपंथी सोच रखने वाले 40-45 युवकों का इस्लामिक संगठन है। यह आतंकियों के स्लीपर सेल की तरह काम करता है। इस संगठन के तार आतंकी संगठनों से भी जुड़े होने की खबरें पहले भी आती रही हैं। ग्रुप समाज में रहन-सहन के तौर-तरीके अपने हिसाब से चलाने के लिए विवादों में रहा है।
मुस्लिम समाज के शादी-विवाह और अन्य रीति-रिवाजों को सूफा ने हिंदू रीति-रिवाज बताकर विरोध किया था। सूफा के एक आतंकी असजद उर्फ अज्जत को पुलिस ने हिंदूवादी नेता राजेश कटारिया पर जानलेवा हमला करने के मामले में गिरफ्तार किया था। उसकी गिरफ्तारी जून 2015 में हुई थी। कटारिया पर 2013 में हमला किया गया था।