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भिंड. विकास से पिछड़े भिंड, मुरैना और श्योपुर जिलों की तकदीर बदलने के मकसद से अटल प्रोग्रेस वे बनाया जाना है। इसके लिए सरकारी और निजी भूमि का अधिग्रहण भिंड जिला प्रशासन कर रहा है। इसको लेकर अटेर से पूर्व कांग्रेस विधायक हेमंत कटारे ने 27 अक्टूबर को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। हेमंत ने आरोप लगाया कि हाईवे के आसपास की कृषि योग्य जमीन को सरकारी अधिकारियों ने औने-पौने दाम पर खरीद लिया। इस खरीद-फरोख्त में भिंड एसडीएम उदय सिंह सिकरवार भी शामिल है। कटारे का यह भी आरोप है कि सिकरवार, सहकारिता मंत्री के खास हैं। चुनाव आयोग (EC) ने पूर्व में उन्हें चुनाव ड्यूटी के लिए अयोग्य घोषित कर ट्रांसफर किया था, लेकिन मंत्री उन्हें फिर ले आए। इस पर सिकरवार का कहना है कि जमीन की खरीद-फरोख्त की विभाग को जानकारी है।
कांग्रेस ने लगाए ये आरोप
- एसडीएम उदय सिंह सिकरवार और उनकी पत्नी सीमा सिंह के नाम से अटेर क्षेत्र के खेराहट गांव में कृषि भूमि की चार अलग-अलग रजिस्ट्री कराई गई हैं। फिलहाल जमीन की कीमत लाखों में है, हाईवे बनने के बाद करोड़ों-अरबो रुपए कीमत की होगी। जमीन की खरीद-फरोख्त किसानों को जमीन बेकार होने का डर दिखा की गई।
सहकारिता मंत्री पर भी सवाल
हेमंत कटारे ने सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया पर भी सवाल उठाए। कहा कि जिस व्यक्ति को चुनाव आयोग ने अयोग्य घोषित किया, उसे मंत्री ने भिंड जिले में कई प्रभार दिला रखे हैं मसलन अटेर SDM, भिंड SDM, जनपद पंचायत CEO अटेर। जबकि भिंड कलेक्ट्रेट में कई डिप्टी कलेक्टर कतार में हैं। इसे मंत्री का संरक्षण नहीं तो और क्या कहा जाएगा।
क्या बोले अफसर?
उदय सिंह सिकरवार के मुताबिक, यह सच है कि मैंने पत्नी के नाम पर जमीन खरीदी है। इस बारे में नियमानुसार अपने विभाग को भी सूचित किया है। लेकिन यह जमीन हाईवे के पास नहीं है, बल्कि उससे 3 किलोमीटर दूर है।