भोपाल. सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर से सेक्सटॉर्शन मांगने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दोनों आरोपी राजस्थान के भरतपुर जिले के सीकरी के निकले। यहां के चंदा गांव निवासी वजीश और रवीन रिश्ते में सगे भाई है। दोनों ने साध्वी प्रज्ञा को सेक्सटॉर्शन के जाल में फंसाकर वसूली की साजिश रची थी। मप्र पुलिस की सूचना पर राजस्थान पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। भोपाल पुलिस दोनों आरोपी को लाने के लिए राजस्थान रवाना हो गई है।
वीडियो कॉल पर न्यूड हुई थी युवती: 6 फरवरी को प्रज्ञा ठाकुर को एक अंजान नंबर से वीडियो कॉल आया था। प्रज्ञा ने जैसे ही फोन उठाया तो दूसरी तरफ कॉल पर मौजूद युवती अपने कपड़े उतारने लगी। उसने न्यूड होने की कोशिश के दौरान कॉल रिकॉर्ड कर लिया। कुछ देर बाद आरोपियों ने सांसद को वीडियो की रिकॉर्डिंग भेजी। इस वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर भोपाल सांसद से ब्लैकमेलिंग की कोशिश की गई। आरोपियों ने वीडियो वायरल नहीं करने की एवज में सांसद से पैसों की डिमांड की।
स्टॉफ को धमकी: स्टॉफ ने कॉल बैक कर आरोपियों से कहा कि गलत जगह हाथ डाल दिया है। उधर से आरोपियों ने जवाब दिया कि ऐसे कई आए और कई गए। हम वहीं के वहीं हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए 7 फरवरी को प्रज्ञा ठाकुर ने टीटी नगर थाने को सूचना दी। प्रज्ञा ठाकुर की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 354, 507 और 509 में मामला दर्ज किया था।
ऐसे किया ट्रैश: भोपाल पुलिस ने आरोपियों की सर्चिंग शुरू की। फोन ट्रेस करने के बाद दोनों आरोपियों की लोकेशन राजस्थान आई। इसके बाद मध्यप्रदेश पुलिस ने राजस्थान पुलिस को सूचना दी। 14 फरवरी को पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
एक वीडियो कॉल से कैसे होता है सेक्सटॉर्शन: एक्सटॉर्शन (जबरन वसूली) की तरह ही सेक्सटॉर्शन (सेक्सुअल ब्लैकमेलिंग से वसूली) का देश भर में ट्रेंड बढ़ रहा है। सेक्सटॉर्शन जैसे अपराध को अंजाम देने में पांच-छह सेकेंड लगते हैं। आपके पास वीडियो कॉल आती है, आप उसे अटैंड कर लेते हैं। स्क्रीन पर अश्लील वीडियो या पिक्चर आ जाती है। आपका मुंह, मोबाइल फोन कैमरे के सामने है। सेक्सटॉर्शन गैंग के सदस्य जिस वक्त आपके पास कॉल करते हैं, वे स्क्रीन रिकॉर्डर चालू कर देते हैं। कई बार यह भी होता है कि कोई व्यक्ति कुछ देर तक उस वीडियो को देख लेता है। दोनों ही स्थितियों में आप फंस गए। कुछ देर बाद आपके पास कॉल होती है। सामने वाला कहता है कि आपका अश्लील वीडियो हमारे पास है। इसके बदले में आरोपी पैसों की डिमांड करते हैं।