कोरोना में बंद हुई CM तीर्थदर्शन योजना शुरू होगी, प्लेन से तीर्थाटन का भी विचार

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Atul Tiwari
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कोरोना में बंद हुई CM तीर्थदर्शन योजना शुरू होगी, प्लेन से तीर्थाटन का भी विचार

भोपाल/पिपरिया. पचमढ़ी में मध्य प्रदेश सरकार की दो दिन (26-27 मार्च) की चिंतन बैठकर चल रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनकी कैबिनेट के मंत्री पचमढ़ी में मौजूद हैं। बैठक में पहला प्रजेंटेशन मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना को शुरू करने का था। प्रजेंटेशन समिति में मंत्री उषा ठाकुर, गोविंद राजपूत और मोहन यादव थे। कोरोना काल में बंद हुई योजना को अप्रैल में फिर से शुरू करने की सहमति बनी है। वहीं, अप्रैल से मुख्यमंत्री कन्यादान योजना भी शुरू की जाएगी। 



इन स्थलों की यात्रा होगी: गंगा स्नान, काशी कॉरिडोर, संत रविदास और कबीर दास के स्थलों के दर्शन के साथ योजना शुरू होगी। फिर शुरू हो रही तीर्थदर्शन यात्रा में तीर्थयात्रियों के साथ मुख्यमंत्री समेत अन्य मंत्री भी ट्रेन में जाएंगे। बोगी मेमं स्पीकर सिस्टम के जरिए तीर्थस्थलों की विस्तृत जानकारी दी जाएगी। पहले प्रजेंटेशन में मंत्री नरोत्तम मिश्रा, विश्वास सारंग, विजय शाह, यशोधरा राजे सिंधिया, मोहन यादव, राजवर्धन सिंह, तुलसी सिलावट, कमल पटेल ने सुझाव दिए। 




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चिंतन बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज और उनके मंत्री।




हवाई यात्रा की भी फैसिलिटी: तीर्थदर्शन यात्रा के कुछ स्थलों को हवाई मार्ग से भी जोड़ा जाएगा। सुझाव आया कि सरकार कुछ तीर्थ स्थलों को वायु मार्ग से भेजने पर विचार करेगी। सभी संभावनाओं पर विचार कर जल्द अंतिम रूप दिए जाने के निर्देश दिए गए।



क्या है तीर्थदर्शन योजना: तीर्थ दर्शन यात्रा की शुरुआत मध्य प्रदेश से हुई थी। ये मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है। मध्य प्रदेश की इस योजना को अन्य राज्यों ने भी फॉलो किया। प्रजेंटेशन के बीच मुख्यमंत्री ने योजना फिर शुरू करने की बात कही। 




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पचमढ़ी में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और उनके मंत्रियों ने पौधरोपण भी किया। शिवराज रोज एक पौधा लगाते हैं।




एक सभा में एक बुजुर्ग ने कहा कि शिवराज शासन की कई योजनाओं का लाभ तो मिल जाता है, बस इस उम्र एक बार चार धाम की यात्रा का प्रबंध कर दो। बुजुर्ग के इस अनुरोध के बाद विचार आया कि सरकार को प्रदेश के बुजुर्गो को तीर्थ यात्रा पर भेजने की योजना बनाना चाहिए। विचार विमर्श कर तीर्थदर्शन यात्रा शुरू कर दी गई।



मंत्रियों ने दिया योजनाओं का प्रजेंटेशन



लाड़ली लक्ष्मी योजना (LLY): विश्वास सारंग ने प्रजेंटेशन दिया।



प्रमुख सुझाव 




  • विजय शाह - ANM और जनरल नर्सिंग में लाड़ली लक्ष्मी की बालिकाओं को शिक्षा दें। इससे रोजगार मिलता है। 


  • नरोत्तम मिश्रा - कन्या भ्रूण हत्या घटी और institutional delivery बढ़ी। LLY से लाभ हुआ, इसे हाईलाइट करें। 

  • सीएम शिवराज - 2 मई को लाड़ली लक्ष्मी उत्सव (दिवस) मनाएं और 2 से 11 मई तय कार्यक्रम करें। सभी 43 लाख परिवार जुड़ें। संभागवार जिले में कार्यक्रम हों।



  • लाड़ली लक्ष्मी योजना का उद्देश्य




    • बालिका जन्म के प्रति समाज में सकारात्मक सोच बने।


  • बाल विवाह में कमी लाना।

  • बालिकाओं के शैक्षणिक स्तर में सुधार।

  • बालिकाओं के स्वास्थ्य और पोषण की स्थिति में सुधार।

  • बालिकाओं के अच्छे भविष्य के लिए आधार प्रदान करना।

  • जनसंख्या वृद्धि में कमी लाना, लिंग अनुपात में सुधार लाना।



  • मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना: तुलसीराम सिलावट ने प्रजेंटेशन दिया।



    प्रमुख सुझाव




    • नरोत्तम मिश्रा - अपात्र लोग लाभ न ले पाएं, खरीदी पारदर्शी तरीके से हो।


  • सुरेश धाकड़ - बारात का स्वागत किया जाए, हमारे जनप्रतिनिधि, विधायक बेटी की विदाई करें।

  • प्रेमसिंह पटेल - बेटी को दिए जाने वाले सामान में बढ़ोत्तरी की जाए ।

  • सीएम - क्या E-Voucher दिए जाएं, इस पर विचार करें।

  • राजवर्धन सिंह दत्तीगांव - जिला व ब्लॉक स्तर पर प्रभारी मंत्री विवाह समितियां गठित करें, वह आयोजन से जुड़ें। ST में तड़वी (सामाजिक प्रधान) कराते हैं, तड़वियों को जोड़ें। जिले का जनसम्पर्क विभाग जुड़े। समाज की विभिन्न विवाह समितियों को जोड़ें।



  • क्या है मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना: मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना शिवराज की महत्वाकांक्षी योजना रही है। मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य है, जहां ये योजना शुरू हुई थी। बाद में कई राज्यों ने अपने यहां भी लागू किया। शिवराज ने सांसद रहने के दौरान अपने क्षेत्र में सामूहिक कन्या विवाह शुरू कराया था।


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