सीधी. यहां पत्रकार और रंगकर्मियों को थाने में अर्धनग्न करने और उनकी फोटो को वायरल करने का मामला गरमा गया है। मामले में 7 अप्रैल को कार्रवाई के नाम पर थाना प्रभारी मनोज सोनी और एक एसआई को लाइन अटैच कर दिया गया। एसपी ने मामले की जांच की जिम्मेदारी एएसपी को सौंपी है। असल में सीधी में बीजेपी विधायक के खिलाफ खबरें लिखने पर पत्रकार कनिष्क तिवारी को थाने बुलाया गया। उनके कपडे़ उतरवाए गए और बाद में इस फोटो को वायरल भी किया गया। इसको लेकर सीधी पुलिस पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। सीधी मामले ने राष्ट्रीय स्तर पर हलचल मचा दी है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर सरकार पर निशाना साधा है। मामले पर बवाल हुआ तो 8 अप्रैल को लाइन हाजिर किए गए टीआई मनोज सोनी और अमिलिया थाना प्रभारी (SI) अभिषेक सिंह परिहार को सस्पेंड कर दिया गया।
ये है मामला
पीड़ित पत्रकार कनिष्क तिवारी के मुताबिक, हम 2 अप्रैल शाम को कोतवाली के बाहर रंगकर्मी नीरज कंदेर की रिहाई और सरकार के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन की खबर कवर करने गए थे। तभी पुलिसकर्मी प्रदर्शन कर रहे लोगों के साथ मुझे भी थाने ले गए। आरोप है कि सामाजिक मुद्दों को लेकर कई बार खबरों के माध्यम से मैंने विधायक को घेरा था, इसलिए पुलिस उन्हें पकड़कर थाने ले गई। वहां लेकर पुलिसकर्मियों ने मेरे और प्रदर्शन करने वाले 8 अन्य लोगों के कपड़े उतरवाकर फोटो खींचे और उन्हें वायरल कर दिया।
कनिष्क ने ये भी आरोप लगाया कि कोतवाली में थाना प्रभारी मनोज सोनी ने कहा- कि तू और खबर चलाएगा विधायक की...। अगर फिर दोबारा तूने ऐसा किया तो तेरे साथ ऐसा ही सलूक किया जाएगा। फोटो में दिख रहे एक युवक का आरोप है कि अमिलिया के थाना प्रभारी ने अपने मोबाइल से फोटो खींचे थे। पुलिस ने इन सभी के खिलाफ केस दर्ज किया।
विधायक के बेटे के खिलाफ पोस्ट से मामला गरमाया
सीधी विधायक पं.केदारनाथ शुक्ला के बेटे गुरुदत्त शरण पर अभद्र टिप्पणी करने के बाद यह पूरा मामला शुरू हुआ। गुरुदत्त शरण के खिलाफ अनुराग मिश्रा नाम की आईडी से पोस्ट किया गया था। इस आईडी से करीब एक महीने से पोस्ट और कमेंट किए जा रह थे। थाने में शिकायत के बाद पुलिस ने 1 अप्रैल को रंगकर्मी और इंद्रवती नाट्य समिति संचालक नीरज कुंदेर को गिरफ्तार किया था। आरोप है कि नीरज ही अनुराग मिश्रा नाम की आईडी से पोस्ट और कमेंट कर रहा था। यह सभी लोग इसी मामले में नीरज की रिहाई की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। नीरज इस मामले में जेल में है। 31 मार्च को भी अनुराग मिश्रा की आईडी पोस्ट किए गए।
दूसरे थाने के प्रभारी ने फोटो खींची और वायरल की
वायरल फोटो में रंगकर्मी और इंद्रवती नाट्य समिति के सह संचालक रोशनी प्रसाद मिश्रा भी हैं। उनका कहना है कि हमारी फोटो सीधी से 45 किलोमीटर दूर अमिलिया के थाना प्रभारी अभिषेक सिंह परिहार ने खींची थी। बाद में उन्होंने फोटो वायरल कर दी। रोशनी ने फोटो को लेकर मानवाधिकार आयोग में आवेदन दिया है। मामले को लेकर कांग्रेस और वरिष्ठ समाजसेवियों ने नाराजगी जताई।
इनके फोटो वायरल
कनिष्क तिवारी (न्यूज नेशन, यूट्यूब चैनल एमपी संदेश बघेली) शिवा कुंदेर, रोशनी प्रसाद मिश्रा, रजनीश जायसवाल, सुनील चौधरी, नरेंद्र सिंह, उज्ज्वल कुंदेर, बेमिसाल खान, आदित्य भदौरिया। इनमें कनिष्क को छोड़कर सभी नीरज कुंदेर की संस्था इंद्रवती नाट्य समिति से जुड़े हैं।
पुलिसिया एक्शन पर कांग्रेस का निशाना
अरुण यादव के ट्वीट पर विवेक तन्खा का री-ट्वीट
शर्मनाक व्यवहार। मप्र पुलिस निरंकुश। क्यों की @ChouhanShivraj की भाजपा सरकार ने उन्हें पत्रकारों और विरोधियों के साथ बर्बरता की छूट दी है। TI को सस्पेंड करके cm साहब इस मुद्दे को दबा नहीं पाएँगे। एसपी को और आईजी पर कार्यवाही क्यों नहीं की। उनकी जानकारी में सब हुआ !! @DGP_MP https://t.co/ise9ieH02Y
— Vivek Tankha (@VTankha) April 8, 2022
प्रदर्शनकारियों पर पुलिसिया एक्शन ये वीडियो सामने आया था
@UNHumanRights this is how press reports are treated in India.@MPPoliceOnline @IndiaAwakened_ seen this? @IYCMadhya @INCMP what are you guys doing?? Wake up before it’s too late https://t.co/Fl6WyIHGyj
— Dev Vrat (@Devalt2305) April 8, 2022