BHOPAL. मध्य प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव के दूसरे चरण की काउंटिंग अब 18 जुलाई की जगह 20 जुलाई को होगी। राज्य निर्वाचन आयुक्त बसंत प्रताप सिंह ने बताया कि 18 जुलाई को राष्ट्रपति पद का चुनाव होना है। इसमें सभी विधायकों का मौजूद रहना जरूरी है। वोटर वही हैं। वे चाहेंगे कि जो काउंटिंग उनके क्षेत्र में हो रही है, उसमें स्थानीय विधायक भी मौजूद रहें। इस संबंध में सभी दलों ने मांग भी की थी। इसके बाद ये निर्णय लिया गया।
राज्य निर्वाचन आयोग ने ये कहा
आयुक्त ने कहा कि 13 जुलाई को गुरु पूर्णिमा होने के कारण मतदान की भी तारीख बदलने के संबंध में बीजेपी की ओर से मिला ज्ञापन मिला, लेकिन हम एक दल के अनुरोध पर इलेक्शन की तारीख नहीं टाल सकते। 6 जुलाई को हुए निकाय चुनाव के पहले चरण की काउंटिंग 17 जुलाई को होनी है। 13 जुलाई को होने वाले दूसरे चरण की काउंटिंग 18 जुलाई को होनी थी, जिसे अब 20 जुलाई कर दिया गया है।
कम वोटिंग को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग को चिट्ठी
निकाय चुनाव में कम मतदान प्रतिशत को लेकर केंद्रीय कर्मचारी समन्वय समिति ने राज्य निर्वाचन आयुक्त बीपी सिंह को चिट्ठी लिखी है। इसमें बीपी सिंह के दिए गए बयान पर नाराजगी भी जताई। लिखा- राज्य निर्वाचन आयुक्त का बयान केंद्रीय कर्मचारियों की छवि धूमिल करने वाला है। चिट्ठी में संशोधित बयान जारी करने की मांग की गई है, साथ ही आंदोलन की चेतावनी भी दी गई है। कम मतदान को लेकर राज्य निर्वाचन आयुक्त बीपी सिंह ने कहा था कि कम मतदान और पर्चियों की हुई समस्या के लिए इलेक्शन ड्यूटी में तैनात केंद्रीय कर्मचारी जिम्मेदार हैं।