MP: 50 हजार की रिश्वत लेते पकड़े गए SDM की तबीयत बिगड़ी, क्रेशर की NOC के बदले मांगे थे एक लाख

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MP: 50 हजार की रिश्वत लेते पकड़े गए SDM की तबीयत बिगड़ी, क्रेशर की NOC के बदले मांगे थे एक लाख

रायसेन. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में रिश्वतखोरों के बुलंद हौंसलों के चलते लोकायुक्त पुलिस (Lokayukta Police) ने बड़ी कार्रवाई की है। रायसेन (Raisen) जिले के गैरतगंज (Garatganj) एसडीएम कार्यालय (SDM Office) में एसडीएम मनीष जैन (SDM Manish Jain) सहित उनके ओएसडी (OSD) व कंप्यूटर ऑपरेटर (Computer Operator) को क्रेशर की एनओसी (NOC) के बदले 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार किया गया है। लोकायुक्त की टीम ने 29 दिसंबर को रायसेन जिले के गैरतगंज SDM कार्यालय में छापा मारा। लोकायुक्त SDOP और 8 सदस्यीय टीम ने दफ्तर में दबिश दी। लोकायुक्त की कार्रवाई के दौरान SDM मनीष जैन की तबियत बिगड़ गई। उन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल में रेफर किया गय़ा है।

ये है पूरा मामला

मध्यप्रदेश के रायसेन जिले की गैरतगंज तहसील में मनीष जैन एसडीएम पद पर कार्यरत हैं। एसडीएम कार्यालय में ओएसडी के पद पर दीपक श्रीवास्तव कार्यरत हैं। और एक प्राइवेट कंप्यूटर ऑपरेटर रामनारायण अहिरवार भी है। इनके पास सईद अहमद कुरेशी का एक क्रेशर की अनुमति का आवेदन लंबित था। सईद अहमस अगरिया कलां में क्रेशर लगाना चाहते थे लेकिन एसडीएम के ओएसडी और कंप्यटूर ऑपरेटर ने एक लाख रुपए की मांग की थी। एनओसी नहीं मिलने से सईद अहमद ने अपने भाई तनवीर पटेल को बताया। 

भ्रष्टाचार का ऐसे हुआ पर्दाफाश

सईद अहमद कुरेशी के भाई तनवीर ने पटेल ने लोकायुक्त भोपाल एसपी मनु व्यास को शिकायत की जिन्होंने डीएसपी संजय शुक्ला को शिकायत सत्यापन के लिए सौंपी थी। डीएसपी ने तनवीर को रिश्वत की बातचीत रिकॉर्ड करने के लिए डिवाइस दी तो एसडीएम व कंप्यूटर ऑपरेटर ने रिश्वत की राशि को कम करते हुए 50 हजार रुपए में एनओसी दे देने की बात कही। इसके आधार पर पुलिस ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा सात व 34, आईपीसी की धारा 120 बी में एफआईआर दर्ज की।

रिश्वत का ऐसा हुआ बटवारा

आज दोपहर में योजनाबद्ध ढंग से लोकायुक्त की टीम फरियादी के साथ 45 हजार रुपए की राशि का लिफाफा लेकर एसडीएम कार्यालय पहुंचे जहां कंप्यूटर ऑपरेटर को लिफाफा सौंपा। रामनारायण अहिरवार ने रिश्वत की राशि को गिनने के बाद उसमें से 10 हजार रुपए अलग कर लिए और 15 हजार रुपए खुद के पास रख लिया। शेष 30 हजार रुपए की राशि उसने एसडीएम मनीष जैन को दे दी। एसडीएम ने राशि अपने बैग में रख ली और गाड़ी में बैठकर कार्यालय से चले गए। राशि का लेन-देन पूरा होने के बाद लोकायुक्त की टीम ने एसडीएम को रास्ते में रोककर वापस कार्यालय लेकर रिश्वत लेने की कार्रवाई पूरी की। देरशाम तक रिश्वत के आरोपियों के खिलाफ चलती रही।

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