इंदौर. मध्य प्रदेश के चर्चित व्यापमं घोटाले का मुख्य आरोपी डॉ. जगदीश सागर 15 जनवरी को इंदौर से गिरफ्तार कर लिया गया। सागर इंदौर एयरपोर्ट से ग्वालियर भागते वक्त सुरक्षाकर्मियों के हत्थे चढ़ गया। उसे एरोड्रम पुलिस को सौंप दिया गया। सागर के बैग में से जिंदा कारतूस भी बरामद हुआ है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
ऐसे पकड़ाया सागर: डॉ. जगदीश सागर से सीआईएसएफ ने पूछताछ की। शुरुआत में डॉक्टर ने बहाने बनाए। बाद में सीआईएसएफ ने कारतूस की जब्ती बनाकर पुलिस को सौंपा। पुलिस ने सागर को गिरफ्तार किया। आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया। पुलिस ने पूछताछ की तो डॉ. सागर ने कहा व्यापमं घोटाले मामले में जेल में रहने के बाद उसकी दो बंदूकों का लाइसेंस रिन्यू नहीं हो पाया था, जिसके बाद उसने दोनों बंदूकें बेच दीं। एक कारतूस गलती से बैग में पड़ा रहा गया। इसके बाद पुलिस ने आरोपी सागर को कोर्ट में पेश किया, जहां से जमानत मिल गई। 2012 में हुए व्यापमं घोटाले में डॉ. जगदीश सागर मास्टरमाइंड है। वह कई साल जेल में रहा। फिलहाल बेल पर है।