भोपाल. मध्यप्रदेश में प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा का पेपर लीक हुआ है। ये बात व्यापमं ने शुरुआती पड़ताल में पकड़ी है। सूत्रों के अनुसार सोशल मीडिया पर जो स्क्रीन शॉट वायरल हुए थे, वे सही हैं। पेपर सागर से लीक हुआ था। ये स्क्रीन शॉट ज्ञानवीर इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड साइंसेस सेंटर से जारी हुए थे, जिसकी पुष्टि PEB के एक अफसर ने की है। ये कॉलेज शिवराज सरकार में मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के बेटे का है। इस खुलासे के बाद प्रदेश की राजनीति में भूचाल आ गया है। व्यापमं घोटाले के बाद ये दूसरा मौका है, जब शिवराज सरकार में पेपर लीक हुआ है।
व्यापमं ने माना #MP_TET_2020 का पेपर लीक हुआ था। स्क्रीन शॉट सागर के ज्ञानवीर इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड साइंसेस सेंटर से जारी हुआ है। यह कॉलेज प्रदेश के मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के बेटे का है। #MadhyaPradesh @PEB_Bhopal @VyapamUpdates @CMMadhyaPradesh @GovindSingh_R pic.twitter.com/L5fq50eGCF
— TheSootr (@TheSootr) March 30, 2022
सागर से 25 मार्च को पेपर लीक हुआ था: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मंत्री गोविंद सिंह का सागर में कॉलेज है। इस कॉलेज के कर्ता-धर्ता उनके बेटे हैं। कॉलेज का पूरा कामकाज मनीष जैन देखते हैं। मनीष जैन का कहना है कि हमारे कॉलेज ने सिर्फ कंप्यूटर और हॉल किराए पर दिए थे। पेपर लीक से हमारा कोई संबंध नहीं है। हमारे यहां साईं एडुकेयर नाम की संस्था ने एग्रीमेंट कर बिल्डिंग किराए पर ली थी, जो भी कुछ हुआ उसकी जिम्मेदारी उन्हीं की है। जानकारी के अनुसार वायरल पेपर सागर के ज्ञानवीर इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड साइंसेस सेंटर के परीक्षार्थी मनोज कुमार पाटिल के प्रश्न पत्र के थे। PEB अफसरों ने बताया कि MP TET-2020 परीक्षा का जो पेपर वायरल हुआ था, वे 25 मार्च को हुई परीक्षा में पूछे गए थे।
प्रदेश की राजनीति गरमाएगी: शिवराज सिंह चौहान की सरकार जाने के पीछे व्यापमं घोटाले को बताया जाता है। इसके बाद कमलनाथ की सरकार मध्यप्रदेश में बनी थी। ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों के कांग्रेस छोड़ने पर कमलनाथ की सरकार गिरी थी। कांग्रेस छोड़ने वाले विधायकों में मंत्री गोविंद सिंह राजपूत भी शामिल थे। जब शिवराज सिंह चौहान की सरकार बनी तो गोविंद सिंह को मंत्री बनाया गया था। शिक्षक पात्रता परीक्षा के पेपर लीक होने पर प्रदेश की राजनीति पहले से गरमाई हुई है। अब सरकार के मंत्री का नाम आने से पारा चढ़ना पक्का माना जा रहा है। कांग्रेस कोई मौका नहीं छोड़ना चाहेगी। 2023 का विधानसभा चुनाव न जाने कौन जीतेगा। लेकिन एक बात पक्की है कि आगामी विधानसभा चुनाव का प्रमुख मुद्दा शिक्षक पात्रता परीक्षा रहने वाला है।
व्यापमं वर्ग 3 पेपर लीक में हुआ बड़ा खुलासा, अपना जमीर बेंचकर लोकतंत्र की हत्या करने वाले एक मंत्री पुत्र के सागर स्थित काॅलेज में रखी गई थी व्यापमं महाघोटाले की नींव ।
इस महाघोटाले में 10 लाख छात्रों के भविष्य से किया गया खिलवाड़, परीक्षा रद्द होना चाहिए ।#VyapamScam #MPTETSCAM
— Arun Subhash Yadav ???????? (@MPArunYadav) March 30, 2022
परीक्षा के दौरान केवल सर्वर रूम में इंटरनेट कनेक्टिविटी: PEB द्वारा जब भी परीक्षा कराई जाती है तो परीक्षा सेंटर पर मोबाइल जैमर लगाया जाता है, ताकि बाहरी घटनाक्रम से संपर्क न हो सके। परीक्षा सेंटर के सर्वर रूम में लैन नेटवर्क के द्वारा इंटरनेट कनेक्टिविटी रहती है। इस कारण ऐसी आशंका जताई जा रही है कि प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा के पर्चे का स्क्रीन शॉट सर्वर रूम में संबंधित छात्र की स्क्रीन ओपन कर मोबाइल पर किसी दूसरे व्यक्ति को भेजा गया है। प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा के पर्चे का स्क्रीन शॉट अगर ड्यूरिंग एग्जाम का निकलता है, तो परीक्षा के संबंध में भी कार्रवाई होगी। जबकि परीक्षा के बाद का स्क्रीन शॉट निकलने पर कॉलेज और परीक्षा पर्यवेक्षक पर कार्रवाई की जाएगी।