भोपाल. जम्मू कश्मीर और उसके आसपास बनी तीन मौसम प्रणालियों का असर मध्य प्रदेश में भी हुआ है। जिसके चलते प्रदेश में गर्मी थोड़ी कम हो गई है। शुक्रवार सुबह 8 बजे राजधानी भोपाल का अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहा। इंदौर का 24, ग्वालियर का 27 और जबलपुर का तापमान 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के मुताबिक, शुक्रवार दोपहर के बाद जम्मू पर बना पश्चिमी विक्षोभ आगे बढ़ जाएगा।
यहां पड़ी सबसे ज्यादा गर्मी
गुरूवार को भोपाल का अधिकतम तापमान 40.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। वहीं न्यूनतम तापमान 21.9 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि प्रदेश में सबसे ज्यादा 43 डिग्री सेल्सियस तापमान खंडवा, खरगोन और दमोह में दर्ज किया गया। प्रदेश के किसी भी शहर में गुरुवार को लू नहीं चली. हालांकि, मौसम विभाग ने 18 अप्रैल से एक बार फिर दिन का तापमान बढ़ने की संभावना जताई है।
अप्रैल का पहला हफ्ता था सबसे गर्म
अप्रैल के पहले हफ्ते में प्रदेश में गर्मी के तेवर काफी तीखे थे। कई जिलों में तेज धूप लोगों को झुलसा रही थी। नौगांव में जहां तीव्र लू चली वहीं रीवा, सतना, सीधी, उमरिया, छिंदवाड़ा, जबलपुर, खजुराहो, टीकमगढ़, सागर, दमोह, भोपाल, राजगढ़, रतलाम, ग्वालियर, दतिया और गुना में लू चलने से लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ा।
मानसून पर पहली भविष्यवाणी
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने मानसून को लेकर पहली भविष्यवाणी कर दी है। विभाग ने कहा, इस साल दक्षिण-पश्चिम मानसून के दौरान देश में सामान्य बारिश होने की संभावना है। जून से सितंबर के बीच 868.6 मिमी. बारिश होने के आसार हैं। निजी एजेंसी ने भी 'सामान्य' मानसून की बात कही है। जिसके मुताबिक सामान्य बारिश की 65 प्रतिशत उम्मीद है। बारिश भारत के कृषि क्षेत्र के लिए अच्छा संकेत है।