भोपाल. मध्य प्रदेश में एक लोकसभा (Lok Sabha) और 3 विधानसभा (Assembly) सीटों पर उपचुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं। बीजेपी और कांग्रेस अपनी-अपनी रणनीति बनाने में लगे हैं। खंडवा लोकसभा सीट से कांग्रेस के दावेदार माने जा रहे अरुण यादव ने 1 अक्टूबर को कहा कि प्रचार के लिए कन्हैया कुमार को भी मध्य प्रदेश बुलाया जा सकता है। 28 सितंबर को कन्हैया कुमार और गुजरात के आदिवासी नेता जिग्नेश मेवाणी कांग्रेस में शामिल हुए थे।
क्या बोले अरुण यादव?
कांग्रेस नेता ने कहा कि हमारे मंडल नेताओं, कार्यकारिणी की बैठक हुई है। चुनाव तक ये सिलसिला जारी रहेगा। हम लोग 5-6 महीने से क्षेत्र में है। चुनाव की तैयारी पूरी है। अनेक मुद्दों को लेकर जनता के बीच में जाएंगे। मैं कांग्रेस के बारे में कह सकता हूं कि चुनाव को देखते हुए विधानसभाओं के प्रभारी नियुक्त हो गए हैं। हम अपना काम कर रहे हैं, बाकी पार्टियों का काम, तैयारी आप उन्हीं से जाकर पूछिए। क्या कन्हैया कुमार मप्र में प्रचार करने आएंगे, इस पर अरुण ने कहा कि वे युवाओं में लोकप्रिय हैं। उनकी सेवाएं ली जाएंगी।
अरुण ने आगे ये भी कहा कि कन्हैया को बीजेपी अलगाववादी बताती है, इस सवाल पर अरुण ने कहा कि फासिस्ट ताकतें चुनाव आने पर इस देश को विभाजित करने का काम करती हैं। आप सोचिए, कि चुनाव आने पर ही विभाजनकारी गतिविधियां क्यों होती हैं।
खंडवा सीट को लेकर कई दावे
खंडवा सीट बीजेपी सांसद रहे नंदकुमार सिंह चौहान के निधन से खाली हुई थी। यहां कांग्रेस के कई नेता उम्मीदवारी जता रहे हैं। अरुण यादव ने खुद के लिए तैयारियां भी शुरू कर दी है। दिग्विजय सिंह ने भी अपने ट्वीट में उन्हें शुभकामनाएं दी थीं। इसके बाद से कई कयास लगने शुरू हो गए। उधर, निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा भी खंडवा सीट दावा जता रहे हैं। हाल ही में उन्होंने कहा था कि खंडवा सीट पर मेरी पत्नी जयश्री का ही टिकट फाइनल होगा। शेरा ने अरुण यादव की दावेदारी पर कहा कि अरुण यादव का नाम कहां से तय हो गया? क्या उन्हें बी फॉर्म मिल गया? अगर कांग्रेस में आम आदमी की सुनेंगे तो जयश्री का ही नाम आएगा।