एमपी में कोरोना के कहर के बीच एक चौंकाने वाली बात सामने आई है। सरकारी नौकरी की चाह रखने वाले सबसे ज्यादा बेरोजगार ग्वालियर और भोपाल में हैं। ये बात तब सामने आई जब कोर्ट में लोगों ने माली, चपरासी, ड्राइवर, वॉचमैन और स्वीपर की भर्ती के लिए आवेदन किए। खास बात ये है कि सरकारी नौकरी के लिए बेरोजगारों की लाइन में ऐसे युवा खड़े नजर आए हैं, जो B.ED, M.ED, B.COM, M.COM किए हुए हैं।
सबसे ज्यादा ग्वालियर-भोपला में बेरोजगार
प्रदेश के 48 जिलों में 708 पदों के लिए 2 लाख से ज्यादा आवेदन आए हैं। औसतन एक सीट के लिए 274 आवेदक हैं।सबसे ज्यादा बेरोजगार ग्वालियर में हैं। यहां 1 पद पर 739 आवेदन किए गए। भोपाल में 1 पद पर 613 आवेदन आए। इंदौर में सरकारी नौकरी की चाह रखने वाले बेरोजगार 1 पद पर 190 हैं। बेरोजगारी का आलम ये है कि एमकॉम तक क्वालीफाई किए युवा 6500 रुपए से लेकर 12500 रुपए मासिक वेतन के लिए आवेदन कर रहे है।
Qualified युवा चपरासी-माली की नौकरी करने को मजबूर
कोर्ट में ड्राइवर, वॉचमैन, माली, स्वीपर और चपरासी के पदों पर भर्तियां हो रही हैं।जबलपुर हाईकोर्ट से इसके लिए विज्ञापन जारी हुआ था। इंटरव्यू देने आए बेरोजगारों में B.COM, BA, MA, BSC, MSC, B.ED, M.ED पास युवा भी शामिल हो रहे हैं, जबकि इसके लिए योग्यता बहुत मामूली है। चपरासी, माली के लिए 8वीं पास और ड्राइवर, वॉचमैन के लिए 10वीं पास उम्मीदवार चाहिए थे।
सबसे कम आवेदन वाले तीन जिले
जिला पद आवेदन औसत (एक पद पर आवेदन)
रायसेन 15 900 60
विदिशा 7 900 128
खंडवा 15 2200 147