मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आगाह किया है कि प्रदेश में कोरोना का वायरस अभी भी मौजूद है। पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। दक्षिण औऱ पूर्वोत्तर के राज्यों में 3 महीने के लॉक डाउन के बाद भी तेजी से संक्रमण के नए केस सामने आ रहे हैं। कई राज्यों में संक्रमण की दर 10 फीसदी से कम नहीं हो पा रही है। ये गंभीर चिंता का विषय है। उन्होंने प्रदेश की जनता को चेताया है कि अभी जरा सी लापरवाही भी हमें बहुत भारी पड़ सकती है। अगर हम असावधान रहे तो ये तीसरी लहर को निमंत्रण देना होगा।
मप्र में 17 जुलाई को बढ़ गए नए केस
गौर करने वाली बात है कि उत्तर प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर की संभावना के साथ संक्रमण ज्यादा तेजी से फैलने का खतरे को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अन्य राज्यों से उप्र में आने वाले लोगों के लिए RTPCR की निगेटिव रिपोर्ट दिखाना अनिवार्य कर दी है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लोगों को घर से बाहर निकलने पर अनिवार्य रूप से मास्क लगाने और फिजिकल डिस्टेंस का खास ध्यान रखने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि ICMR और WHO ने तीसरी लहर आने की चेतावनी जारी कर दी है। मध्य प्रदेश में 16 जुलाई को 11 केस मिले थे, लेकिन 17 जुलाई को यह संख्या बढ़कर 18 हो गई है। यह तत्काल बेहद सावधान हो जाने का संकेत हैं।
कोविड प्रोटोकॉल का पालन ही प्रभावी उपाय
मुख्यमंत्री ने बताया कि कोरोना संक्रमण की स्थिति पर नजर बनाए रखने के लिए प्रदेश में रोजाना अधिकतम टेस्टिंग के प्रयास किए जा रहे हैं। शनिवार को भी 78 हजार टेस्ट किए गए। वैक्सीनेशन में भी लगातार गति लाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में तीसरी लहर की संभावना औऱ खतरे से मुकाबले के लिए हर संभव तैयारी की जा रही है। लेकिन कोरोना पर लगाम लगाने का सबसे प्रबावी उपाय कोविड प्रोटोकॉल का पालन ही है।