MP हाईकोर्ट ने मांगा जवाब: निजी स्कूलों की हड़ताल पर 27 तक अपना रूख स्पष्ट करे सरकार

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MP हाईकोर्ट ने मांगा जवाब: निजी स्कूलों की हड़ताल पर 27 तक अपना रूख स्पष्ट करे सरकार

भोपाल. प्राइवेट स्कूल की हड़ताल को लेकर जबलपुर हाईकोर्ट में दायर याचिका पर 19 जुलाई, सोमवार को सुनवाई हुई। याचिका नागरिक उपभोक्ता मंच की ओर से दायर की गई है। जिसमें हड़ताल को गैरकानूनी बताया गया है। सुनवाई के दौरान सरकारी वकील की ओर से पक्ष रखा गया कि हड़ताल सिर्फ एक दिन की थी, जिसे वापस ले लिया गया था।

हाईकोर्ट का आदेश- सरकार अपना रूख स्पष्ट करें

सरकारी वकील की दलील पर पर मंच की ओर से वकील दिनेश उपाध्याय ने आपत्ति लेते हुए कहा कि प्राइवेट स्कूल्स ने हड़ताल कन्डीशनल वापस ली है। मतलब उनकी मांगों का निराकरण नहीं होने पर वह दोबारा हड़ताल कर सकते हैं। इसलिए याचिका वापस नहीं ली जा सकती। जिस पर कोर्ट ने आदेश दिए कि प्राइवेट स्कूल की हड़ताल पर सरकार का क्या रूख है वह 27 जुलाई तक स्पष्ट करे। मंच के पीजी नाजपांडे ने बताया कि हाईकोर्ट का स्पष्ट आदेश है कि कोरोना काल में स्कूल सिर्फ ट्यूशन फीस ही ले सकेंगे। ऐसे में इनके द्वारा की गई या आने वाले समय में की जाने वाली हड़ताल गैरकानूनी है, इन्हें हड़ताल करने का अधिकार ही नहीं है।

प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने वापस ले ली थी हड़ताल

12 जुलाई को प्रदेश में सक्रीय प्राइवेट स्कूल के 6 संगठनों ने हड़ताल की घोषणा की थी। इसमें राजधानी में सक्रीय अन एडेड स्कूल एसोसिएशन ने तो निश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का दावा किया था, पर हड़ताल को लेकर ही स्कूल चालकों में फूट देखने को मिली। प्रदेश के कई बड़े स्कूलों ने इससे दूरी नाई। जिसके बाद एसोसिएशन ने अपनी हड़ताल वापस ले ली थी। एसोसिएशन के नीरज दी ने कहा था कि बच्चों की पढ़ाई का नुकसान नहीं होने दिया जाएगा, मामले लेकर कोर्ट में पक्ष रखेंगे।

दोपहर को शिकायत, शाम तक जवाहर स्कूल ने फीस की रिवाइज

राजधानी के जवाहरलाल नेहरू स्कूल भेल ने 19 जुलाई की शाम को फीस रिवाइस कर दी है, इसकी पुष्टी स्कूल की प्राचार्या रूबी कुंडूं ने की है। इससे पहले पालक महासंघ ने दोपहर को फीस कम नहीं करने और नई यूनिफार्म पहनकर ऑनलाइन क्लास अटेंड करने के आरोप लगाते हुए कलेक्टर को स्कूल की शिकायत की थी। हालांकि प्राचार्य रूबी कुंडू ने कहा कि नई यूनिफार्म जैसा कोई आदेश स्कूल ने नहीं दिया है। बता दें कि 65 फीसदी फीस बढ़ाने के मामले में जवाहर स्कूल की जांच शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने ज्वाइंट डायरेक्टर राजीव तोमर से कराई थी। जिसमें शिकायत सही पाई गई थी। इसके बाद स्कूल ने लिखित में दिया था कि वह फीस वृद्धि वापस लेगा और पिछले माह वसूली गई अधिक फीस अगले महीनों की किश्त में समायोजित की जाएगी।

सरकार से जवाब तलब
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