अविनाश नामदेव, विदिशा. यहां एमपीईबी के कर्मचारियों ने लोकायुक्त पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मामला 16 मार्च को लोकायुक्त पुलिस की कार्रवाई से जुड़ा है। विदिशा में लोकायुक्त पुलिस भोपाल ने मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर को 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। इस कार्रवाई के विरोध में एमपीईबी के कर्मचारियों ने SE को निर्दोष बताते हुए काम बंद हड़ताल कर दी है। कर्मचारियों का कहना है की SE ईमानदार अधिकारी हैं और उन्हें साजिश के तहत फंसाया गया है।
वेयर हाउस से शुरु हुआ था रिश्वत कांड: रिश्वत के इस मामले में फरियादी जफर कुरैशी ने लोकायुक्त से शिकायत की थी कि उनका वेयर हाउस गंजबसौदा में बन रहा है, जिसमें ट्रांसफार्मर की चार्जिंग परमिशन के लिए मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी विदिशा के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर ने 15000 रुपये की रिश्वत की मांग की। आवेदक की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए लोकायुक्त पुलिस ने विद्युत वितरण कंपनी के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर संपूर्णानंद शुक्ला को 15000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। आरोपी पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 के तहत FIR दर्ज की गई थी।
कार्रवाई जांच होने पर शुरु करेंगे काम: एमपीईबी के कर्मचारियों का कहना है कि इस कार्रवाई की निष्पक्ष जांच की जाए। कर्मचारियों का कहना है कि जब तक शासन विदिशा पुलिस से जांच नहीं कराएगा तब तक यह हड़ताल जारी रहेगी।