भोपाल. MPPSC ने 15 जनवरी को राज्य सेवा और राज्य वन सेवा प्री का रिजल्ट (MPPSC Result) घोषित कर दिया है। इसमें राज्य सेवा 2020 का कटऑफ 82 नंबर से 140 नंबर के बीच रहा। सबसे ज्यादा सामान्य वर्ग (General category) के पुरूष कैंडिडेट का कटऑफ 140 रहा। जबकि सबसे कम ST के भूतपूर्व सैनिक का रहा। इस कैटगरी में 60 नंबर पाने वाला कैंडिडेट भी MPPSC 2020 के मेन्स के लिए क्वालीफाई कर गया। 25 जुलाई 2021 को MPPSC ने यह एग्जाम कराया था। वहीं, राज्य वन सेवा 2020 के प्री में 3129 कैंडिडेट्स क्वालीफाई हुए हैं। ये कैडिंडेट्स अगली प्रोसेस यानी मेन्स में शामिल हो सकेंगे।
इतने कैंडिडेट्स का सिलेक्शन: राज्य सेवा में कुछ पद 260 थे। इनके लिए 7711 कैंडिडेट्स का सिलेक्शन हुआ है। इसी तरह राज्य वन सेवा के 111 पद घोषित थे। इनके लिए 3129 कैंडिडेट्स का सिलेक्शन हुआ। यानी 20 गुना कैंडिडेट्स को अगले राउंड के लिए चुना गया है। अब ये कैंडिडेट्स मेन्स एग्जाम देंगे।
ओबीसी को 27 का हिस्सा: रिजल्ट में आरक्षण का फॉर्मूला इस तरह लागू किया गया है कि सभी वर्ग संतुष्ट रहे। बीते दिनों से जारी आरक्षित वर्ग के मेरिट होल्डर कैंडिडेट्स का असंतोष भी PSC ने इस रिजल्ट से दूर करने की कोशिश की है। ओबीसी आरक्षण को लेकर चल रहे विवाद के चलते आयोग ने सामान्य प्रशासन की सिफारिश मानी है। इस वजह से ओबीसी वर्ग का चयन 27% के अनुपात में किया है। वहीं, अनारक्षित वर्ग के भी 40% उम्मीदवारों का चयन किया है।
देखिए कटऑफ की लिस्ट:
#MPPSC ने साल 2020 के प्री का कटऑफ जारी कर दिया है। देखिए लिस्ट...
किस कैटगरी का कितना रहा। #madhyapradesh #examresult pic.twitter.com/tzciMLITFp
— TheSootr (@TheSootr) January 15, 2022
MPPSC 2021 को लेकर विवाद: सरकार युवाओं को रोजगार देने के बड़े-बड़े दावे कर रही है। लेकिन MPPSC का एक आदेश हजारों छात्रों के लिए मुसीबत बन गया है। दरअसल, एमपीपीएसी (mppsc exam) ने 2021 के लिए जो विज्ञापन जारी किया है उसमें लिखा है कि कैंडिडेट की उम्र 1 जनवरी 2022 से गिनी जाएगी। अब इस नियम की वजह से हजारों छात्रों के भविष्य पर संकट खड़ा हो गया है, क्योंकि वो ओवरएज हो जाएंगे। प्रतियोगी एग्जाम (competitive exam) की तैयार कर रहे स्टू़डेंट्स का कहना है कि कोरोना का बहाना बनाकर सरकार ने दो साल तक कोई वैंकेसी नहीं निकाली। अब साल 2021 की MPPSC 22 में निकाली है। लेकिन इसके लिए उम्र की सीमा जनवरी 2022 को माना जाएगा। इस कारण MPPSC की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स उम्र के फैक्टर (MPPSC Age factor) के कारण एग्जाम नहीं दे पाएंगे। प्रदेश के करीब 15 हजार से ज्यादा कैंडिडेट्स इस एज फैक्टर के कारण प्रभावित होंगे।