न्यायिक राजधानी जबलुपर में मां कामाख्या का मंदिर बनने जा रहा है। इसके लिए किन्नर समाज की महामंडलेश्वर हिमांगी सखी ने भूमि पूजन किया। ग्वारीघाट रेत नाका में इस मंदिर का निर्माण किन्नर समाज कराने जा रहा है। जिसकी अगुवाई किन्नर माही शुक्ला करेंगी। मंदिर में ओल्ड एज होम, और स्कूल भी खुलेगा। निर्माण से पहले मंदिर में विशेष पूजन और उतारा होगा।
24 घंटे लंगर, स्कूल में बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने की ट्रेनिंग मिलेंगी
मंदिर के गर्भगृह में महामंडलेश्वर हिमांगी सखी का विश्राम गृह और गुरु सिंहासन होगा। इसके ऊपर अनाज गृह और सबसे ऊपर मां कामाख्या का मंदिर होगा। यहां 24 घंटे लंगर की व्यवस्था होगी। जो स्कूल बनेगा उसमें किन्नर समाज के बच्चों को वैष्णवी शिक्षा प्रदान की जाएगी। इसके अलावा सामान्य शिक्षा भी दी जाएगी। उन्हें आत्मनिर्भर बनने की ट्रेनिंग दी जाएगी। किन्नर माही शुक्ला के मुताबिक 6 साल से मां उनके सपनों में आ रहीं थी इसी से प्रेरित होकर यहां मंदिर बनाया जा रहा है।
स्वेच्छा से मिलने वाला चंदा ही स्वीकार करेंगे
माही शुक्ला का कहना है कि मंदिर निर्माण के लिए किसी से चंदा मांगा नहीं जाएगा। स्वेच्छा से जिसे देना होगा, वो खुद आकर यहां दे सकता है और बदले में रसीद दी जाएगी। माही शुक्ला जबलपुर की पहली किन्नर हैं, जिन्होंने अपने नाम के साथ सरनेम लगाना शुरू किया। वे अक्सर बच्चों और गरीबों की मदद करती रहती हैं।
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