जबलपुर। कई एकड़ों में फैली माढ़ोताल तालाब की 280 करोड़ रूपए की बेशकीमती भूमि शासन के नाम किए जाने के बाद आज से ही यहां प्रशासन की त्वरित कार्रवाई देखने को मिल रही है। तालाब को सुखाने के लिए भूमाफिया द्वारा बनाए गए अवरोधों पर प्रशासन का बुलडोजर चलने लगा है। जिला प्रशासन की टीम बुलडोजर और दल बल के साथ बुधवार को इलाके में पहुंची और तालाब में पानी पहुंचने में बाधक बने पक्के निर्माणों को ध्वस्त करने का काम शुरू कर दिया। कार्रवाई के दौरान मौके पर अपर कलेक्टर और एसडीएम अधारताल ओम नमःशिवाय अरजरिया व तहसीलदार राजेश सिंह मौजूद थे।
कई हिस्सों में बंट गया था तालाब
मौके पर एसडीएम अरजरिया ने बताया कि कलेक्टर डाॅ इलैया राजा के निर्देश पर माढ़ोताल तालाब के सौंदर्यीकरण और गहरीकरण का काम जिला प्रशासन द्वारा शुरू किया जा रहा है। जिसके तहत ऐसे सभी पक्के निर्माण और संरचनाओं को यहां से हटाया जाएगा जिनकी वजह से तालाब दो या अधिक हिस्सों में बंट गया है, साथ ही तालाब में पानी पहुंचने से रोकने के लिए कई अवरोध भी बनाए गए थे जिन्हे हटा दिया जाएगा। कार्रवाई के दौरान निकलने वाले मलबे को भी नगर निगम अन्य स्थान पर उपयोग में लाएगा। बता दें कि षड़यंत्रपूर्वक तालाब की जमीन का नामांतरण कराकर तालाब को लीलने का प्रयास भूमाफिया द्वारा किया जा रहा था। जिस पर जांच करते हुए एसडीएम अधारताल द्वारा उक्त नामांतरण निरस्त करते हुए पूरी जमीन शासन के नाम दर्ज कराने के आदेश दिए थे।