भोपाल. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की दो सिंचाई परियोजनाओं (Irrigation Project) को लेकर राजनीति में काफी उबाल आ चुका है। 21 जनवरी को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Former Chief Minister Digvijay Singh) ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) के आवास के पास धरना दिया। यहां दिग्विजय ने कहा कि मुख्यमंत्री लिखित में दें कि वे 23 जनवरी को पौने बारह बजे मुझसे मुलाकात करेंगे। मैं अपने डेलिगेशन के साथ उनसे मुलाकात करूंगा। आइए जानते हैं कि इन दो परियोजनाओं के बारे में....
383 करोड़ रुपए की टेम सिंचाई परियोजना: दरअसल, 383 करोड़ रुपए की टेम सिंचाई परियोजना (Tame Irrigation Project) से 10 हजार हेक्टेयर से ज्यादा भूमि सिंचित होगी। इसमें भोपाल के बैरसिया के करीब 6 गांव की 193 हेक्टेयर भूमि और लगभग आठ सौ कच्चे-पक्के घर डूब क्षेत्र में आ रहे हैं। इसी तरह विदिशा जिले की 450 हेक्टेयर भूमि और 550 मकान डूब क्षेत्र में आ रहे हैं। गुना का अरेरा बालापुरा गांव के कुछ घर डूबेंगे। परियोजना से मकसूदनगढ़ तहसील की करीब 10 हजार और बैरसिया तहसील में 550 हेक्टेयर जमीन सिंचित होगी। विदिशा में दो लाख 15 हजार प्रति हेक्टेयर और बैरसिया में दो लाख 50 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर की दर से किसानों को मुआवजा दिया जा रहा है। जबकि, खुले बाजार में इन जमीनों की कीमत से 12 से 18 लाख रुपए प्रति हेक्टेयर तक है। इस वजह से किसान सिंचाई परियोजना (बांध निर्माण) का विरोध कर रहे है।
14 सौ करोड़ की सुठालिया परियोजना: राजगढ़ जिले के ब्यावरा ब्लॉक के बैराड़ गांव के पास पार्वती नदी (Parvati River) पर 1400 करोड़ रुपए की सुठालिया परियोजना (Suthalia Project) प्रस्तावित है। इसमें राजगढ़ जिले के नौ, भोपाल जिले के पांच और गुना जिले के दो गांव डूब क्षेत्र में आ रहे है। डेढ़ हजार से ज्यादा परिवार विस्थापित होंगे और 3 हजार यहां की करीब 4 हजार 300 हेक्टेयर से ज्यादा भूमि डूब रही है। इसमें से अधिकांश जमीन पूर्व से सिंचित है। कलेक्टर गाइडलाइन के हिसाब से मुआवजा बहुत कम बन रहा है, इसलिए किसान विरोध कर रहे हैं।
चिट्ठी लिखकर मांगा था समय: पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने टेम और सुठालिया सिंचाई परियोजना मामले में सीएम शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर उनसे मिलने का समय मांगा था। इसमें दिग्विजय ने कहा था कि टेम और सुठालिया सिंचाई परियोजनाओं के अंतर्गत भोपाल, राजगढ़, विदिशा और गुना जिले के किसानों की हजारों एकड़ भूमि डूब क्षेत्र में आ रही है। प्रभावित परिवारों को बहुत कम मुआवजा दिया जा रहा है। दिग्विजय ने लिखा कि इसको लेकर पूर्व में आपको पत्र भी लिखे, पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
-राजगढ़ से वीरंपुरी गोस्वामी