Bhopal. मध्यप्रदेश में गर्मी का सितम जारी है। तापमान कम होने का नाम नहीं ले रहा है। भीषण गर्मी से लोग बेहाल है, और बारिश की आस लगाए बैठ है। लोकिन अभी मानसून के लिए लोगों को एक हफ्ते का और इंतजार करना पड़ेगा। तो वहीं बिते दिन की बात की जाए तो सूर्य देव ने मध्यप्रदेश में भीषण आग बरसाई है। रविवार को नौगांव में पारा 47 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। देश के सबसे गर्म शहरों में नौगांव दूसरे नंबर पर रहा। पहले नंबर पर राजस्थान का गंगानगर रहा। इसके अलावा नौगांव, सतना, ग्वालियर, राजगढ़, दमोह और खजुराहो में लू चली। बाकी 21 शहरों में अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस के उपर दर्ज किया गया।
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक अभी एक सप्ताह तक गर्मी के तेवर इसी तरह तीखे बने रहने के आसार हैं। मौसम पूरी तरह शुष्क रहने के कारण मानसून पूर्व की गतिविधियां भी थमी हुई हैं। इस वजह से पूरे प्रदेश में अधिकतम तापमान बढ़ रहा है। तो आज सोमवार को भी ग्वालियर, चंबल संभाग सहित राजगढ़, दमोह, छतरपुर, टीकमगढ़, रीवा और सतना जिलों में लू चलने की संभावना है। 10 जून के बाद ही मानसून की एक्टिविटी बन सकती है। तो वहीं मध्यप्रदेश में 16 जून के बाद ही बारिश होने की संभावना है।
बंगाल की खाड़ी में तो कुछ मानसूनी हलचल बनी हुई है, लेकिन अरब सागर में एक सप्ताह से मानसून शिथिल है। हवा के साथ नमी न आने के कारण तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। इस तरह की स्थिति अभी एक सप्ताह तक बने रहने की संभावना है। इसके बाद पूर्वी मप्र में मानसून पूर्व की गतिविधियां शुरू होने का अनुमान है। वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान के आसपास मौजूद है। दक्षिणपूर्वी उत्तर प्रदेश पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर नगालैंड तक एक ट्रफ लाइन भी बनी हुई है, लेकिन मौसम प्रणालियां कमजोर होने के कारण वातावरण में नमी नहीं आ रही है।
इस गर्मी को देख एक शेर याद आता है-
"क्यूं खामखा ही तमतमा रही है धूप, इस शहर के लोगों के दिल पिघलने वाले नहीं।"