उज्जैन. 25 नवंबर को उज्जैन (Ujjain) में 11 मकानों को ढहाने की कार्रवाई शुरू की गई। महाकाल मंदिर (Mahakal Mandir) के सामने 70 मीटर चौड़ा रास्ता बनाने की यह पहली कवायद है। गुरुवार दोपहर को जैसे ही तहसीलदार मकान-दुकानों को खाली कराने का कहने पहुंचे। कुछ महिलाओं ने प्रशासन का खुला विरोध किया। उनकी मांग है कि हमें मुआवजा देने की बजाय कहीं और जगह दे दी जाए। इस जगह महाकाल मंदिर परिसर का विस्तार होना है। यहां प्रशासन ने पूरा काम नियमानुसार किया है। सभी 11 मकान का अवार्ड करवाकर मालिकों को मुआवजा दिया जाना है। तीन खातों में प्रशासन मुआवजे की राशि डाल चुका है।
11 मकानों का प्रशासन ने अधिग्रहण किया
महाकाल मंदिर विस्तारीकरण परियोजना (Mahakal Temple Expansion Project) के तहत प्रशासन और नगर निगम (Ujjain Nagar Nigam) की टीम पुलिस फोर्स के साथ इंटरप्रिटेशन चौराहे पर पहुंची। जहां पर महाकाल मंदिर क्षेत्र का विकास करने के लिए रोड को चौड़ा किया जाना है। इसी रोड पर 11 मकान जिला प्रशासन ने अधिग्रहण किए हैं। प्रशासन ने त्रिवेणी संग्रहालय से चारधाम मार्ग को चौड़ा करने के लिए मकान मालिकों को हटाने के लिए पहले ही नोटिस दे दिए थे। इसके बाद महाकाल मंदिर के सामने 11 मकान तोड़ना (Demolishing House in Ujjain) शुरू किया। मकानों के आगे बनी 29 दुकानों को भी तोड़ जाएगा। दुकानदारों ने अपनी दुकानें खाली करना शुरू कर दिया है।
एक मकान पर हाईकोर्ट का स्टे
निर्मला राठौर ने बताया कि ये मुआवजा सिर्फ मकान मालिक को देंगे। हमारी दुकान का क्या? मेरी तीन पीढ़ियों का घर इससे दुकान से चल रहा है। हमें बस जगह चाहिए। SDM सजीव साहू ने बताया कि मंदिर विस्तारीकरण की योजना में हमने 11 मकानों का वर्जन किया था, जिसके बाद आज कब्जा लेनी की कार्रवाई हुई। एक मकान पर हाईकोर्ट का स्टे (Highcourt Stay) दिया हुआ है। लोग काफी सहयोग कर रहे हैं। वो सामान हटा ले रहे हैं। खाली इमारत को ढहाया जा रहा है।
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