GWALIOR News. टिकट बंटवारे से पहले ही कांग्रेस में मचा घमासान अब खतरनाक दौर में पहुंच गया है । मेयर पद पर अपनी पत्नी को टिकट देने की दावेदारी करने वाले पार्टी के जिला अध्यक्ष डॉ देवेंद्र शर्मा ने कैमरे पर आरोप लगाया कि विधायक सतीश सिकरवार भोपाल में दबाव बनाकर गलत निर्णय करवा रहे है । अटकले है कि डॉ शर्मा और प्रदेश महासचिव सुनील शर्मा ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है। डॉ शर्मा ने एक रीजनल चैनल को दिए इंटरब्यू में परोक्ष रूप से पीसीसी चीफ कमल नाथ को ही टारगेट किया। उन्होंने कहाकि सतीश सिकरवार अपना अस्तित्व बनाना चाहते हैं इसलिए वे भोपाल में दबाव बनाकर मनमाने निर्णय करवा रहे है ये दुर्भाग्यपूर्ण है।
असली नाराजी मेयर टिकट पर
दरअसल यह जंग मेयर के टिकट को लेकर शुरू हुई थी। देवेंद्र शर्मा अपनी पत्नी श्रीमती रीमा शर्मा को टिकट दिलाना चाहते थे लेक़िन कमल नाथ द्वारा कराए गए सर्वे में वे मजबूत प्रत्याशी नही पाई गई और टिकट विधायक सतीश सिकरवार की पत्नी शोभा को मिल गया। घोषणा के पहले पर्यवेक्षक मुकेश नायक के आमने दोनो के बीच तू तू मैं मैं भी हुई ।
अब पार्षद टिकट पर विवाद
इसके बाद पार्षद पद के टिकट को लेकर विवाद हो गया । अध्यक्ष खेमे के आरोप है कि सतीश भोपाल में दबाव बनाकर मनमाने निर्णय करवा रहे है । अनेक समर्पित कार्यकर्ताओ के टिकट काटकर अपने कर्मचारियों को टिकट दे दिए। आज फिर वार्ड 22 के प्रत्याशी का नाम बदलने के लिए भोपाल से देवेंद्र शर्मा के पास कॉल आया तो उन्होंने गुस्से में अपना इस्तीफा भोपाल भेज दिया।
सुनील भी नाराज
इसी तरह सुनील शर्मा के इस्तीफे की भी खबर है। सुनील को कांग्रेस ने उप चुनाव में अपना प्रत्याशी बनाया था लेकिन वे भारी अंतर से हार गए थे। इसके बाद उन्हें कांग्रेस का प्रदेश महामंत्री बनाया गया । वे भी अपने क्षेत्र में सतीश की दखलन्दाजी से नाराज है । ऐसी ही नाराजी मुरैना के विधायक और जिला अध्यक्ष राकेश मावई को है और उनके भी इस्तीफे की खबर आम है।