भोपाल. पांव-पांव वाले भैया से मामा बने मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान अब बुलडोजर मामा (bulldozer mama) के अवतार में नजर आ रहे हैं। आज यानी 23 मार्च को दो साल पहले तख्तापलट के बाद शिवराज सरकार सत्ता में लौटी थी। सरकार के दो साल पूरे होने के मौके पर भोपाल से बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने अनोखे अंदाज में चौहान का स्वागत किया। रामेश्वर शर्मा ने अपने आवास के बाहर 15 बुलडोजर खड़े करवाए, जिनके ऊपर पोस्टर भी लगे हुए थे। इसमें लिखा था कि मामा का बुलडोजर बनेगा हथौड़ा। इस मौके पर सीएम ने संकेत दे दिया है कि अब कानूनी सजा के साथ बुलडोजर भी चलाया जाएगा।
UP के बाबा के बुलडोजर की तर्ज पर मध्यप्रदेश में मामा का बुलडोजर चलाया जा रहा है। सीएम शिवराज के वर्तमान कार्यकाल के दो साल पूरे होने पर बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा के घर जश्न.. @ChouhanShivraj @rameshwar4111 pic.twitter.com/eBXVNpXUtL
— TheSootr (@TheSootr) March 23, 2022
आने वाले दिनों में भी चलेंगे बुलडोजर: रामेश्वर ने कार्यकर्ताओं के साथ सीएम का स्वागत किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने 'बुलडोजर मामा जिंदाबाद' के नारे लगाए। इस मौके पर सीएम ने कहा कि मां, बहन, बेटियों पर जो भी गलत नजर रखेगा, उसे छोड़ा नहीं जाएगा। ऐसे अपराधियों के मकान जमींदोज कर दिए जाएंगे। कानून अलग सजा देगा, लेकिन उनके मकान पहले जमींदोज किए जाएंगे। रामेश्वर शर्मा ने कहा कि बेटियों के आरोपितों के घरों पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का बुलडोजर चल रहा है। श्योपुर के बाद रायसेन के सिलवानी में भी गरीबों पर जुल्म करने वाले आरोपितों के घर तोड़े गए हैं। रतलाम में ऐसी ही कार्रवाई की गई है। प्रदेश भर में निरंतर दुराचारियों के आरोपितों के घर तोड़ जा रहे हैं। आने वाले दिनों में भी मकान तोड़े जाएगे।
बुलडोज़र मामा ज़िंदाबाद
युवा सदन पधारे मुख्यमंत्री जी को अभिवादन कर अभिभूत हूँ.
आपका स्नेह आशीर्वाद सदा बना रहे आप इसी तरह मध्यप्रदेश को स्वर्णिम एवं आत्मनिर्भर प्रदेश बनाने में जुटे रहें यही श्री राम से प्रार्थना है. #बुलडोज़र_मामा@ChouhanShivraj @OfficeofSSC @BJP4MP pic.twitter.com/ckJqkgNi0X
— Rameshwar Sharma (@rameshwar4111) March 23, 2022
योगी की राह पर मामा: चौहान अपने एमपी में यूपी की तर्ज पर योगी आदित्यनाथ के ‘शासन मॉडल’ को लागू करते दिख रहे हैं। हाल ही में योगी आदित्यनाथ को विधानसभा चुनावों में बुलडोजर बाबा की उपाधि मिली थी। इस मॉडल के साथ उतरकर बीजेपी ने बड़ी जीत हासिल की। कुछ समय पहले तक एक मृदुभाषी और उदारवादी नेता की छवि रखने वाले चौहान ने एक हार्डलाइनर दिखने के लिए अपना ट्रैक एकदम बदल लिया है। इसके बारे में राजनीतिक एक्सपर्ट का मानना है कि यह 2023 के राज्य विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए सोची-समझी रणनीति है।