मंदसौर. मध्यप्रदेश सरकार के नवकरणीय ऊर्जा मंत्री हरदीप सिंह डंग को अपने गृह जिले के सीतामऊ में अपने ही लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। पीडीएस राशन घोटाले को लेकर ग्रामीण और बीजेपी कार्यकर्ता आमरण अनशन पर बैठे हैं। राशन की कालाबाजारी करने वालों पर कार्रवाई नहीं होने से ग्रामीण नाराज हैं। लोगों को समझाने के लिए मंत्री हरदीप सिंह डंग धरनास्थल पर पहुंचे, लेकिन आंदोलनकारियों ने मंत्री हरदीप की एक नहीं सुनी। आंदोलनकारियों ने उन्हें वापस लौटने पर मजबूर कर दिया।
बीजेपी कार्यकर्ताओं ने मंत्री को लौटाया।
मध्यप्रदेश के नवकरणीय ऊर्जा मंत्री @HardeepDang226 को अपने ही गृह जिले में @BJP4MP कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ा। बीजेपी कार्यकर्ता सीतामऊ में हुए राशन घोटाले में कोई कार्रवाई नहीं होने से थे नाराज।#MadhyaPradesh @INCMP pic.twitter.com/lmnEwAqcG5
— TheSootr (@TheSootr) March 22, 2022
सुनवाई नहीं होने से नाराजगी: सीतामऊ में लगातार हो रहे राशन घोटाले की ग्रामीणों ने कई बार मंत्री हरदीप सिंह डंग से शिकायत की थी। सीतामऊ में पीडीएस राशन की लगातार कालाबाजारी की जा रही है। मंत्री हरदीप को राशन घोटाले पर कार्रवाई करने के लिए ज्ञापन भी दिया। लेकिन कोई नतीजा नहीं निकलने से नाराज ग्रामीण धरने पर बैठ गए। इसके बाद आंदोलनकारियों ने आमरण अनशन शुरू कर दिया।
आमरण अनशन पर जागे मंत्री हरदीप: राशन घोटाले की शिकायतों को लगातार नजरअंदाज कर रहे मंत्री हरदीप की नींद तब खुली, जब ग्रामीण आमरण अनशन पर बैठ गए। मंत्री हरदीप धरनास्थल पर आंदोलनकारियों से मिलने पहुंचे। धरनास्थल पर गुस्से से भरे ग्रामीणों और बीजेपी कार्यकर्ताओं ने मंत्री हरदीप का घेराव कर लिया और उनकी कोई बात नहीं सुनी। ग्रामीणों का विरोध झेलकर मंत्री हरदीप सिंह डंग को आखिर वापस लौटना पड़ा। अगर मंत्री हरदीप सिंह डंग ने वक्त पर ग्रामीणों की शिकायतों पर एक्शन लिया होता तो उन्हें इस तरह अपनों के बीच पराया ना होना पड़ता।