Narsinghpur. 28 अप्रैल को केंद्रीय राज्यमंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने नरसिंहपुर जिले के केरपानी गांव में 1842 की बुंदेला क्रांति के महानायक राजा हिरदेशाह लोधी की अष्टधातु से बनी 11 फीट ऊंची भव्य प्रतिमा का अनावरण किया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता केंद्रीय राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने की।
मैं आजादी की लड़ाई करने वालों को नमन करता हूं- पटेल
प्रतिमा का अनावरण करते हुए केंद्रीय राज्यमंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि मां नर्मदा के तट पर हम सबके लिए यह एक ऐतिहासिक पल है, जब इतिहास के महानायक राजा हिरदेशाह जी की भव्य मूर्ति के अनावरण के हम और आप साक्षी बन रहे हैं, और हम आने वाली पीढ़ियों को यह बताएंगे कि हमने राजा हिरदेशाह को तो नहीं देखा लेकिन उनकी भव्य प्रतिमा की स्थापना के साक्षी रहे हैं। आप ही हैं जो उनकी महानता को अपने आने वाले बच्चों के सामने रखेंगे। क्योंकि इतिहास लिखने वालों ने उनके साथ न्याय नहीं किया। नरसिंहपुर मैं आजादी की लड़ाई करने वालों को नमन करता हूं क्रांतिकारी वीर सेनानी राजा हिरदेशाह लोधी के वंशजों से अंग्रेजों ने कहा कि माफी मांग लो सारी संपत्ति वापस कर देंगे पर उन्होंने अंग्रेजों से माफी नहीं मांगीl राजा के वंशज स्वाभिमानी है। जो अंग्रेजों के सामने नहीं झुके। मैं हर वर्ष 28 अप्रैल को केरपानी की नर्मदा तट पर स्थित सेनानी राजा हिरदे शाह लोधी की मूर्ति के समक्ष पुष्पांजलि अर्पित करने के लिए आता रहूंगा। प्रतिमा स्थापित करने पर मैं अपने अनुज विधायक जालम सिंह पटेल को धन्यवाद देता हूं।
मैं माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का ह्रदय से अभिनंदन करता हूं कि उन्होंने आजादी के अमृत महोत्सव में इस पवित्र काम का बीड़ा उठाया और गुमनाम बलिदानियों और स्वतंत्रता सेनानियों को देश के सामने लाने का काम किया। प्रधानमंत्री ने कहा था कि इतिहास के दस्तावेज़ों में गुम कर दिये गए बलिदानियों को स्मरण किए बिना आजादी का अमृत महोत्सव पूरा नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि जब हम गुमनाम महाबलिदानियों को याद करेंगे, तभी अमृत महोत्सव भी अमर हो पाएगा।
राजा हिरदेशाह के जीवन संघर्ष पर चर्चा हुई
राजा हिरदेशाह के जीवन संघर्ष के कुछ किस्से सुनाते हुए उन्होंने कहा कि यह बेहद अफसोस और दुख की बात है कि राजा हिरदेशाह के वंशजों के पास आज भी कोई जमीन-जायदाद नहीं है। अमर शहीदों के बलिदान से प्रेरणा लेते हुए, हमें अपनी गलतियों से सीखना होगा तभी हम अपने समाज और देश को मजबूती दे पाएंगे। हमारे युवा पीढ़ी को इतिहास की बारीकियों को जानने की आवश्यकता है। सन् 1842 की क्रांति के प्रणेता क्रांतिकारी राजा हिरदेशाह और अन्य बलिदानियों और क्रांतिकारियों के इतिहास और उनके त्याग तपस्या को जानने की आवश्यकता है। हमें पूर्व की भूलों व कमियों से सबक लेने की जरूरत है, अपनी भूल सुधारकर ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों को ईमानदार और सही इतिहास दे सकते हैं। यदि ऐसा करके हम आजादी के इस अमृत महोत्सव में अपने महाबलिदानियों का इतिहास अपनी पीढ़ियों को दे पाते हैं तो यह सिर्फ इतिहास ही नहीं बल्कि हमारे पूर्वजों के साथ भी न्याय होगा। हमें अपने समाज के लिए संकल्प लेना होगा और संकल्प में विकल्प नहीं होता। अगर संकल्प में विकल्प सोचेंगे तो महानतम कार्य रुक जाएंगे।
राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने ये कहा
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा कि आज इतिहास को जीवित करने का समय है इस स्थान को भव्यता स्थापित करने की आवश्यकता है स्मारिका का भी विमोचन किया गया हैl नरसिंहपुर में तीन क्रांतियां हुई हैl प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आजादी के 75वें अमृत महोत्सव का समय हैl क्षेत्रीय सांसद राव उदय प्रताप सिंह जी ने कहा कि ऐसा स्थान बने जहां पर्यटक देखने के लिए आए राजा हिरदेशाह लोधी ने 1842 के युद्ध में अपने प्राणों की आहुति दीl प्रतिमा अनावरण का एक बहुत बड़ा काम हुआ हैl अतीत का गौरवशाली इतिहास रहा हैl लोधी क्षत्रिय समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष एटा विधायक विपिन वर्मा डेविड ने कहा कि यहां पर हमने राजा हिरदेशाह लोधी के जीवन पर आधारित नाट्य मंच देखा और आंखें नम हो गई l जिस स्थान पर किला समतल हुआ है l वहां पर किला बने ऐसा मैं चाहता हूंl प्रथम बार 11 फुट की प्रतिमा का अनावरण हुआ है आज बड़ी संख्या में देश एवं अनेक प्रदेशों से लोग आए हैं उनके लिए धन्यवाद देता हूंl हम राजा हिरदेशाह के वंशज के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलेंगे पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोटेगांव विधायक एनपी प्रजापति ने कहा कि 28 अप्रैल 2022 को सबसे बड़ी मूर्ति का अनावरण किया है। यह कार्यक्रम सर्वदलीय के साथ सर्व भाव का है। तेंदूखेड़ा विधायक संजय शर्मा ने कहा कि जिले के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के शहीदों के परिवारों को सम्मान दिया जाए जवेरा विधायक धर्मेंद्र सिंह लोधी ने भी अपने विचार रखेl लोधी लोधा क्षत्रिय समाज के प्रदेश अध्यक्ष आयोजक पूर्व राज्य मंत्री विधायक जालम सिंह पटेल ने प्रस्तावना प्रस्तुत करते हुए कहा कि हमने तय किया है कि हर वर्ष हम 28 अप्रैल को जिले का गौरव दिवस मनाएंगे जिले में 3 क्रांति हुई गरारू मंदिर आदि शंकराचार्य महादेव पिपरिया एशिया की सर्वोत्तम भूमि के संबंध में भी प्रकाश डाला।
इस अवसर पर मध्यप्रदेश के वन मंत्री कुंवर विजय शाह, सांसद राव उदय प्रताप सिंह, विधायक संजय शर्मा, विधायक जालम सिंह पटेल, विधायक धर्मेंद्र सिंह, विधायक एन.पी. प्रजापति, विधायक विपिन कुमार(डेविड), राजा हिरदेशाह जी के वंशज राजा कौशलेंद्र सिंह और अन्य गणमान्य तथा देश के अनेक राज्यों से लोधी समाज के पदाधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। भीषण गर्मी के बावजूद इस भव्य कार्यक्रम में देशभर से लाखों लोगों ने शिरकत की।