भोपाल. IAS नियाज खान फिरकापरस्ती फैला रहे हैं। ये आरोप शिवराज सरकार में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग (Vishvas sarang) के है। IAS के खिलाफ कार्रवाई के लिए सारंग कार्मिक विभाग (GAD) को पत्र लिखेंगे। वहीं, खनिज निगम के पूर्व उपाध्यक्ष गोविन्द मालू ने तो लैटर लिख भी दिया है। मालू ने सीधा UPSC, PMO, GAD से नियाज को बर्खास्त करने की मांग की है। इधर नियाज खान (IAS Niyaz khan) अपनी बात पर कायम है। आईएएस ने सारंग को जवाब देते हुए कहा कि संविधान अपनी बात रखने की आजादी देता है। मैं ट्वीट करके आतंकवाद नहीं फैला रहा कि स्पष्टीकरण मांगा जाए। ऐसे नफरत करने वालों की भाषा केवल उनकी निम्न गुणवत्ता वाली शिक्षा को दर्शाएगी।
दरअसल, नियाज खान के एक ट्वीट पर बवाल मचा हुआ है। जिसमें उन्होंने कहा था कि निर्माता को कई राज्यों में बड़ी संख्या में मुसलमानों की हत्याओं को दिखाने के लिए एक फिल्म बनानी चाहिए। मुसलमान कीड़े नहीं, बल्कि इंसान हैं और देश के नागरिक हैं। इस पर जवाब देते हुए विधायक रामेश्वर शर्मा (Rameshwar sharma) ने कहा था कि मैं मध्यप्रदेश सरकार से भी आग्रह करता हूं कि इनके कथन पर स्पष्टीकरण लिया जाए और पूछा जाए कि देश में ऐसा कौन सा प्रांत है जहां मुसलमानों को मारा जा रहा है।
ओवैसी पर साधा निशाना: नियाज खान ने ओवैसी पर भी निशाना साधा है। नियाज ने कहा कि ओवैसी इस मुद्दे पर चुप हैं। कृपया केवल चुनाव के दौरान ही नहीं, मानवीय मुद्दों पर बोलें। हमें हिंदू भाइयों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर एक मजबूत देश बनाना है। अरब हमारा मॉडल नहीं है, भारत हमारा मॉडल है और यह भूमि हमारी मातृभूमि है।
सारंग- लाइम लाइट में आना चाहते हैं IAS: विश्वास सारंग ने कहा कि नियाज खान (Niyaz khan controversy) अपनी सीमाएं लांघ रहे हैं। आप यदि प्रशासन के किसी पद पर बैठे हुए है तो आपकी एक आचारसंहिता है। नियाज खान केवल फिरकापरस्ती कर रहे हैं। अराजकता फैलाकर खुद को लाइम लाइट में लाना चाहते हैं। ये सर्विस रूल के खिलाफ है। नियाज खान का व्यवहार आपत्तिजनक है। मैं कार्मिक विभाग को पत्र लिख रहा हूं। निश्चित रूप से कार्मिक विभाग को उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। प्रशासनिक पद पर बैठा कोई व्यक्ति इस तरह की अराजकता फैलाए इसकी कही भी परमिशन नहीं मिलती है। ये मुद्दा हिंदू मुसलमान का नहीं है। लेकिन केवल वो मुसलमान के संरक्षण की बात कर रहे हैं। ये दिखाता है कि वो फिरकापरस्ती कर रहे हैं। उनकी सोच ओछी है। जिस पद पर वह है उसकी अपनी आचार संहिता है।
IAS नियाज खान के ट्वीट पर मंत्री विश्वास सारंग का पलटवार। बोले- नियाज खान अपनी सीमाएं लांघ रहे हैं। अराजकता फैलाकर खुद को लाइम लाइट में लाना चाहते हैं। ये सर्विस रूल के खिलाफ है। कार्मिक विभाग को लिखा लैटर। सुनिए क्या बोले सारंग....#IAS Niyaz Khan #Vishvas Kailash Sarang pic.twitter.com/SqlXgdMdYS
— TheSootr (@TheSootr) March 20, 2022
आईएएस को बर्खास्त करने की मांग: खनिज निगम के पूर्व उपाध्यक्ष गोविंद मालू ने 19 मार्च को अध्यक्ष-संघ लोक सेवा आयोग, प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक मंत्रालय को आईएएस के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखा है। लैटर में सिविल सर्विसेज कोड ऑफ कंडक्ट का हवाला देते हुए उनके किताबों, सोशल मीडिया पोस्ट की जांच कर कार्रवाई की मांग की है। कार्रवाई भी मामूली नहीं है। मालू ने सीधा आईएएस को बर्खास्त करने की मांग कर डाली।
नियाज खान का पलटवार: IAS ने ट्रोलर्स को करारा जवाब देते हुए कहा कि अगर आप सच बोलते हैं तो कट्टरपंथी आप पर हमला करना शुरू कर देते हैं। सोशल मीडिया मेरे खिलाफ गालियों (गली) से भरा है। ऐसे नफरत करने वालों की भाषा केवल उनकी निम्न गुणवत्ता वाली शिक्षा को दर्शाएगी। शिक्षित लोग सभ्य भाषा का बड़े तरीके से उपयोग करते हैं। लेकिन आधुनिक शिक्षा सभ्य नागरिक बनाने में विफल रही है।
If you speak truth fanatics start attacking you. Social media is full of abuses(gali) against me.The language of such haters will only show their low quality education.Educated people use civilized language with great manner. But modern education failed to make civilized citizens
— Niyaz Khan (@saifasa) March 20, 2022
रामेश्वर भी खोल चुके मोर्चा: इससे पहले बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने नियाज खान पर प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने लिखा- वैसे तो देश में कही दंगे नहीं हो रहे, न हो पाएंगे, लेकिन पूर्व में हुए भिवंडी, भागलपुर, मुजफ्फरनगर, बंगाल, केरल में हिंदू-मुस्लिम दंगों में भी हिंदुओं की मौत का आंकड़ा मुस्लिमों की मौत से ज्यादा निकलेगा। एक बात और नियाज खान जी, मुस्लिमों के लिए कीड़ा-मकोड़े जैसे शब्दों का इस्तेमाल न करें, क्योंकि भारत में सच्चे देशभक्त एपीजे अब्दुल कलाम साहब, अशफाकुल्लाह खां, जैसे भी हुए हैं। मैं मध्यप्रदेश सरकार से भी आग्रह करता हूं कि इनके कथन पर स्पष्टीकरण लिया जाए और पूछा जाए कि देश में ऐसा कौन सा प्रांत है जहां मुसलमानों को मारा जा रहा है।
द कश्मीर फाइल्स की कमाई पहुंची 150Cr के करीब, MP के IAS नियाज खान ने दी ये नसीहत