Gwalior. एक तरफ पूरे देश में केंद्र सरकार द्वारा लागू की गयी अग्निपथ योजना का हिंसक विरोध हो रहा है अनेक राज्यों में युवा सड़को पर उतर आये है वही अब केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) उसके समर्थन में उतर आये हैं। उन्होंने कहा कि युवा किसी के बहकावे में ना आएं और इस योजना को पूरी तरह समझें, क्योंकि इससे युवाओं के लिए अनेक रास्ते खुलेंगे और आज़ादी के 75 वर्ष बाद युवाओं को स्किल्ड बनाने की दिशा में पहली बार कोई क्रांतिकारी फैसला लिया गया है।
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युवाओं के हित में है योजना
आज ग्वालियर पहुंचे केंद्रीय कृषि मंत्री तोमर से जब अग्निपथ के देशव्यापी विरोध पर प्रतिक्रिया जाननी चाही तो उन्होंने कहा कि अग्नि पथ योजना एक दीर्घगामी और मानव संसाधन को स्किल्ड बनाने की दृष्टि से इस योजना के तहत हर साल बड़ी संख्या में लोग सेना में ट्रेनिंग के लिए जाएंगे उसमें से जो चार साल बाद सेना में जाना चाहेगा वह सेना में भी जा सकता है अन्य क्षेत्र भी उसके लिए खुले रहेंगे। सरकार के खर्चे पर इतनी बड़ी ट्रेनिंग तनख्वाह के साथ मिले ये पहला प्रयास पचहत्तर साल में है। श्री तोमर ने कहा कि जो हमारे युवा हैं उनको इस पूरी स्कीम को समझना चाहिए आर्मी के रास्ते बंद नहीं हुए हैं। ये जबरन कुछ लोगों के द्वारा भ्रम फ़ैलाने की कोशिश की जा रही है। हर आदमी को इस बात का गर्व होना चाहिए कि चार साल आर्मी में नौकरी करने के बाद चाहे तो आगे आर्मी ज्वाइन कर सकते है नहीं तो अन्य काम कर सकते हैं।
ग्वालियर में हुआ था उपद्रव
गौरतलब है कि गुरुवार को ग्वालियर में इस स्कीम के खिलाफ हजारों युवा सडको पर उतर आए थे और आंदोलन बहुत विस्फोटक रूप ले गया था। इस दौर भीड़ ने बिरला नगर स्टेशन को तहस नहस कर दिया था । आक्रोशित भीड़ ने सैकड़ो वाहन तोड़ डाले थे और कई जगह आगजनी भी की गई थी। उपद्रवियों पर नियंत्रण के लिए पुलिस को संसू गैस के गोले भी दागने पड़े थे। पुलिस ने कल की घटना में तीन थानों में पांच एफआईआर दर्ज की है । इनमे पचास लोगो को नामजद कर पांच सौ से ज्यादा अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है।