संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर में दोपहर 1 बजे तक कुल 38.93 फीसदी वोटिंग महापौर चुनाव के लिए हो गई है। सबसे ज्यादा वोटिंग में अभी भी कांग्रेस विधायक के विधानसभा एक और राऊ ही आगे हैं, यहां 43.65 और 40.12 फीसदी वोटिंग हुई है। बाकी विधानसभा में 40 फीसदी से कम हुई और विधानसभा पांच में सबसे कम 34.66 फीसदी हुई है। वहीं आठ नगर परिषद में ये 55.74 फीसदी वोटिंग हो चुकी है। आपको बता दें कि सुबह 7 से 9 बजे तक सिर्फ 9.84 फीसदी वोटिंग हुई थी। 9 से 11 बजे से बीच वोटिंग प्रतिशत बढ़कर 14.57 फीसदी हो गया था। बीजेपी की चिंता यह है कि कांग्रेस (Congress) के विधायकों के विधानसभा क्षेत्र-एक और राऊ (Rau) में सबसे ज्यादा वोटिंग हुई है।
बीजेपी के गढ़ इंदौर-3 में सबसे कम वोटिंग
विधानसभा क्र.-एक से तो विधायक संजय शुक्ला (Sanjay Shukla) खुद कांग्रेस के महापौर प्रत्याशी भी है। इनके यहां चार घंटे में 28.27 फीसदी वोटिंग हुई है। वहीं राऊ में कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी (Jeetu Patwari) के क्षेत्र में 25.76 फीसदी वोटिंग हुई है। वहीं बीजेपी के गढ़ विधानसभा क्रमांक- दो में 22.15 फीसदी तो दूसरे गढ़ विधानसभा चार में 22.85 फीसदी वोटिंग ही हुई। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvergiya) के बेटे व विधायक आकाश विजयवर्गीय (Akash Vijayvergiya) की विधानसभा तीन में सबसे कम 20.58 फीसदी और बीजेपी विधायक महेंद्र हार्डिया (Mahendra Hardia) की विधानसभा पांच में 24.96 फीसदी वोटिंग हुई।
महापौर के लिए पहले दो घंटे में विधानसभा वार वोटिंग
पहले दो घंटे में विधानसभा क्रमांक एक में 28.27 फीसदी, विधानसभा दो-22.15 फीसदी, विधानसभा तीन-20.58 फीसदी, विधानसभा चार-22.85 वोटिंग, विधानसभा पांच-24.96 फीसदी, राउ विधानसभा- 25.67 फीसदी वोटिंग हुई है।
गांवों में दोगुना वोटिंग, चार घंटे में 38.53
वहीं जिले की आठ नगर परिषदों में वोटिंग प्रतिशत चार घंटे में 38.53 फीसदी हुआ है। सबसे ज्यादा वोटिंग हातोद में 49 फीसदी हुई है, वहीं सबसे कम महू गांव में 30 फीसदी हुई है। बेटमा 45.34 फीसदी, देपालपुर 41.20 फीसदी, गौतमपुरा 42.91 फीसदी, हातोद-49.10 फीसदी, महूगांव-30.85 फीसदी, मानपुर 46.88 फीसदी, राउ-36 फीसदी और सांवेर में 37 फीसदी वोटिंग हुई है।
शहर में बारिश से राहत, लेकिन वोटर सेंटर ढूंढ़ने में परेशान
फिलहाल शहर में बारिश से राहत है, लेकिन इस बार कई इलाकों से मतदाता सूची नहीं पहुंचने के चलते मतदाताओं द्वारा बूथ बदलने की शिकायतें सामने आईं हैं। पुराने केंद्रों पर जाने से पता चल रहा है कि सेंटर बदल चुका है। वहीं एक वार्ड में 200 से ज्यादा मतदाताओं को दूसरे वार्ड के ही केंद्र में जोड़ दिया गया है। वहीं देखने में आया है कि कई जगह पर मतदाताओं के केंद्र उनके निवास से डेढ़ से दो किमी दूर कर दिए गए हैं। इन सभी के चलते भी मतदान का प्रतिशत औसत से कम चल रहा है। यह समस्या आने के बाद अब कई मतदाता सर्च इंजन से अपने बूथ को पता करके मौके पर जा रहे हैं।