Ujjain. AC बस से पुणे से उज्जैन आ रहे मां-बेटे की संदिग्ध हालत में मौत हो गई। दोनों की रास्ते में तबीयत बिगड़ी थी। इंदौर पहुंचते ही उनकी तबीयत बेहद ज्यादा खराब हो गई और दोनों ने दम तोड़ दिया। महिला एक टीचर थी और वो अशोक ट्रेवल्स की बस से उज्जैन आ रही थी। उसके साथ उसका 11 साल का बेटा आदित्य राज और मां भी थीं। परिजन ने बस के ड्राइवर और कंडक्टर पर लापरवाही बरतने के आरोप लगाए हैं।
रास्ते में घुटा था दम
दीपिका पटेल और उसके बेटे आदित्य राज को रास्ते में सांस लेने में परेशानी हुई थी। उनका दम घुटा था। इसकी शिकायत महिला ने कंडक्टर से की थी। लेकिन कंडक्टर ने एसी से गैस की बदबू का हवाला देकर नजरअंदाज कर दिया। परिजन का कहना है कि बस में ऑक्सीजन लेवल कम हो गया था। सीट के पास लगे अग्निशामक यंत्र से गैस रिसी थी। इसलिए महिला और उसके बेटे की तबीयत बिगड़ी थी।
ट्रेवल्स संचालक बोले-'गैस नहीं रिसी'
ट्रेवल्स संचालक राजेश शर्मा ने का कहना है कि अग्निशामक यंत्र से कोई गैस नहीं रिसी थी। बस में 30 पैसेंजर भी सफर कर रहे थे। उनकी तबीयत नहीं बिगड़ी। राजेश शर्मा ने कहा कि पुणे से बस रवाना होने के बाद महिला ने तबीयत खराब होने की बात कही थी। दोनों ने बस में उल्टी भी की। रास्ते में एक जगह बस रुकवाई भी थी। इंदौर आते-आते दोनों की हालत ज्यादा ही बिगड़ गई थी। पूरे मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत की असली वजह सामने आएगी।