Jabalpur. जबलपुर नगर निगम के इतिहास में यह पहला मौका है जब कोई महिला कंप्यूटर ऑपरेटर सरपंच का चुनाव लड़ी भी और जीती भी। और तो और वह इस जीत के बाद भी बकायदा ऑफिस भी आ रही है। हालांकि वह निजी ठेकेदार की कर्मचारी है सरकारी कर्मचारी नहीं। लेकिन फिर भी नगर निगम इस असमंजस में है कि पंचायत चुनाव में निर्वाचित हो चुकी सरपंच नौकरी कर सकती है या नहीं।
जानकारी के मुताबिक नगर निगम के संभाग क्रमांक 1 गढ़ा जोन में श्रीमती वर्षा पटेल कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत हैं। हालांकि वे निजी ठेके की कर्मचारी हैं और उनका वेतन निगम के ठेकेदार के माध्यम से किया जाता है। हाल ही में वे ग्राम पडुआ से सरपंच निर्वाचित हो चुकी हैं। नगर निगम के सामने यह दुविधा है कि सरपंच बनने के बाद भी कोई महिला कर्मी अपनी नौकरी पर आ सकती है या नहीं।
सरपंच को मिलता है मानदेय
नियम के मुताबिक सरपंच के रूप में शासन से एक निश्चित मानदेय प्राप्त होता है। वर्षा पटेल वर्तमान में निजी कर्मचारी के रूप में भी निगम के मद से वेतन प्राप्त कर रही हैं। संभागीय अधिकारी के के रावत ने बताया कि चुनाव परिणाम आने के बाद उक्त महिला को लिखित आदेश आने तक काम पर न आने के लिए कहा गया है।
विधि विभाग से मांगी जा रही राय
के के रावत ने बताया कि इस संबंध में निगम के विधि विभाग से राय भी मांगी गई है। कि क्या ऐसी परिस्थितियों में उक्त महिला कर्मचारी को निगम के संभागीय कार्यालय में कार्य करने की अनुमति दी जा सकती है। विधि विभाग के अधिकारियों के निर्देश मिलने पर ही उसके संबंध में निर्णय लिया जाएगा।
आदेश के बावजूद ड्यूटी पर आ रही सरपंच
सूत्रों की मानें तो वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा मना करने के बावजूद महिला सरपंच रोजाना नगर निगम के संभागीय कार्यालय में ड्यूटी पर आ रही है। क्योंकि अभी तक उसे लिखित में कोई आदेश नहीं दिया गया है।