Khargone. मध्यप्रदेश के खरगोन में मुस्लिम समुदाय की महिलाओं ने रैली निकाली और एसपी कार्यालय पहुंचीं। यहां एएसपी नीरज चौरसिया को दंगा के मामले से जुड़ी पुलिस कार्रवाई पर सवाल खड़े किए और आपत्ति दर्ज कर ज्ञापन सौंपा। इस दौरान एएसपी नीरज चौरसिया को आपबीती सुनाई। नाबालिग बच्चों और बुजुर्गों के खिलाफ कार्रवाई करने, देर रात के समय घरों में घुसकर आरोपियों को ढूंढने की आड़ में दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया।
प्रदर्शनकारियों का ये है आरोप
शहर की मोहन टॉकीज से एसपी कार्यालय तक रैली निकालकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते पहुंचीं। महिलाओं ने एकतरफा कार्रवाई करने का भी आरोप लगाया। आक्रोशित युवती उज़्मा ने कहा कि रामनवमी जुलूस में बने हालात पुलिस का फेलियर है लेकिन वह अपने आप को बचाने के लिए सिर्फ एक पक्ष को दोषी बना रही है।
फुटेज के आधार पर हो रही कार्रवाई
एएसपी नीरज चौरसिया ने बताया कि दंगे में शामिल लोगों के खिलाफ फुटेज के आधार पर पुलिस कार्रवाई कर रही है। इसलिए दबाव बनाने के लिए विरोध में रैली निकाली गई है। पुलिस निर्दोष पर कार्रवाई नहीं कर रही है। महिलाओं को आश्वासन दिया है कि आपके ज्ञापन पर विचार किया जाएगा। फुटेज देखे जायेंगे अगर कोई निर्दोष मिलेगा तो छोडेंगे। लेकिन दंगे के दोषी बदमाशों, उपद्रवियों को बख्शा नहीं जायेगा। एकतरफा कार्रवाई के आरोप गलत है। साक्ष्य के आधार पर ही पुलिस कार्रवाई कर रही है।